व्लादिमीर पुतिन (सोर्स- सोशल मीडिया)
Russia Successfully Test Poseidon Missile: रूस ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली न्यूक्लियर पावर्ड अंडरवाटर टॉरपीडो, ‘पोसाइडन’ का सफल परीक्षण किया है, जिससे अमेरिका को एक और बड़ा झटका लगा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया और कहा कि 28 अक्टूबर को आर्कटिक महासागर में इस अंडरवाटर ड्रोन का परीक्षण किया गया। यह टॉरपीडो परमाणु ऊर्जा से चलने वाला है।
पोसाइडन की डिजाइन और क्षमता इसे बेहद खतरनाक बनाती है। पुतिन के मुताबिक, इसकी शक्ति रूस के सबसे बड़े इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) सारमत से भी कहीं अधिक है। इसकी लंबाई 20 मीटर, वजन 100 टन और गति 100 नॉट्स है। इसका सबसे बड़ा फायदा इसकी असीमित रेंज और समुद्र के भीतर से तटीय शहरों पर हमला करने की क्षमता है। इसका लक्ष्य दुश्मन के जहाजों और तटों को पूरी तरह से नष्ट करना हो सकता है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस परीक्षण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि रूस को अपनी मिसाइलों का परीक्षण करने की बजाय यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर ध्यान देना चाहिए था। ट्रंप का कहना था कि यह युद्ध, जिसे एक हफ्ते में समाप्त हो जाना चाहिए था, अब चार साल से अधिक समय से चल रहा है। इस समय, रूस की सैन्य रणनीति और उसकी बढ़ती सैन्य ताकत पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ा रही है, और रूस की यह कार्रवाई उस दबाव का भी एक संकेत हो सकती है।
रूस ने 26 अक्टूबर को ब्यूरेवेस्तनिक क्रूज मिसाइल का भी सफल परीक्षण किया था, और इसकी रेंज भी अनलिमिटेड है। पुतिन ने इस मिसाइल को जल्द ही तैनात करने की योजना की घोषणा की, जिससे यह रूस के परमाणु हथियारों का एक और खतरे का कारण बनेगा। यूएस एयरफोर्स इंटेलिजेंस सेंटर ने चेतावनी दी है कि यदि रूस इसे तैनात करता है, तो यह एक नया और अनोखा इंटरकॉन्टिनेंटल वेपन साबित होगा, जो किसी भी अमेरिकी और पश्चिमी सुरक्षा प्रणाली को चुनौती दे सकता है।
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रूस द्वारा किए गए इन परीक्षणों से यह साफ हो गया है कि वह पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए तैयार नहीं है। इसके बजाय, रूस अपनी सैन्य शक्ति को और बढ़ा रहा है, जो वैश्विक सुरक्षा को और अधिक अस्थिर बना सकता है। माना जा रहा है कि पोसाइडन जापान, अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन पर आसानी से हमला कर सकता है।