
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओमान के दो दिवसीय दौरे पर मस्कट पहुंचे, फोटो (सो.सोशल मीडिया)
Narendra Modi Muscat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर ओमान पहुंच गए हैं। मस्कट अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ओमान के रक्षा मामलों के उप प्रधानमंत्री सैयद शिहाब बिन तारिक अल सईद ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी प्रदान किया गया, जो दोनों देशों के बीच मजबूत रिश्तों का प्रतीक माना जा रहा है।
हवाईअड्डे से लेकर होटल परिसर तक प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत को लेकर खासा उत्साह देखने को मिला। ओमान में रह रहे भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में उनका अभिनंदन करने पहुंचे। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हाथों में भारतीय तिरंगे लिए नजर आए और ‘भारत माता की जय’ के नारों से माहौल गूंज उठा। यह दृश्य प्रवासी भारतीयों के अपने देश और प्रधानमंत्री के प्रति गहरे लगाव को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने मस्कट पहुंचने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर अपने विचार साझा किए। उन्होंने लिखा कि मस्कट भारत के साथ पक्की दोस्ती और गहरे ऐतिहासिक संबंधों वाली भूमि है। यह यात्रा सहयोग के नए अवसर तलाशने और भारत-ओमान साझेदारी को नई गति देने का महत्वपूर्ण मौका है।
Landed in Muscat, Oman. This is a land of enduring friendship and deep historical connections with India. This visit offers an opportunity to explore new avenues of collaboration and add fresh momentum to our partnership. pic.twitter.com/RKZ5d8M1Jf — Narendra Modi (@narendramodi) December 17, 2025
यह प्रधानमंत्री मोदी की तीन देशों की विदेश यात्रा का तीसरा और अंतिम चरण है। वे 17 और 18 दिसंबर को ओमान में रहेंगे। यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब भारत और ओमान के बीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे हो रहे हैं। इन सात दशकों में दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक सहयोग लगातार मजबूत हुआ है।
दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक से मुलाकात करेंगे। इस बैठक में व्यापार, ऊर्जा, रक्षा, समुद्री सुरक्षा और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ओमान में रह रहे भारतीय समुदाय को भी संबोधित करेंगे और उनके योगदान की सराहना करेंगे।
ओमान पहुंचने से पहले प्रधानमंत्री मोदी इथियोपिया के दौरे पर थे, जहां उन्होंने इथियोपियाई संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। यह दुनिया की 18वीं संसद थी, जहां उन्होंने भाषण दिया। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया को “शेरों की धरती” बताया और कहा कि उन्हें वहां अपने गृह राज्य गुजरात जैसा अपनापन महसूस हुआ, जो खुद भी शेरों की भूमि के रूप में जाना जाता है।
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प्रधानमंत्री मोदी का यह पूरा विदेश दौरा भारत की सक्रिय और बहुआयामी विदेश नीति को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य वैश्विक साझेदारियों को मजबूत करना और भारत की भूमिका को अंतरराष्ट्रीय मंच पर और सशक्त बनाना है।






