प्रधानमंत्री मोदी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल से यानी मंगलवार से दो देशों के तीन दिवसीय यात्रा पर होंगे। पीएम मोदी 3 और 4 सितंबर को ब्रुनेई दारुस्सलाम की यात्रा पर तो 5 सितंबर को सिंगापुर की यात्रा पर होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी दौरे के की सूचना विदेश मंत्रालय के पूर्व सचिव जयदीप मजूमदार ने दी। पीमए मोदी ब्रुनेई यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।
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#WATCH प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आगामी ब्रुनेई और सिंगापुर दौरे पर विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने बताया, “सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3-4 सितंबर को ब्रुनेई दारुस्सलाम की यात्रा पर जाएंगे। इसके बाद वे सिंगापुर के… pic.twitter.com/BBHcEqtW3U
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 2, 2024
किसी भारतीय पीएम की पहली द्विपक्षीय यात्रा
विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने बताया कि सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3-4 सितंबर को ब्रुनेई दारुस्सलाम की यात्रा पर जाएंगे। इसके बाद वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर सिंगापुर जाएंगे जो 4-5 सितंबर को निर्धारित है। प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी।
60वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजनयिक यात्रा
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा के दौरान सिंगापुर में कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और अन्य व्यापारिक नेताओं के साथ बातचीत होगी। उन्होंने कहा कि यह यात्रा हमारे राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर भी होगी, जिसे हम 2025 में मनाएंगे, तथा सिंगापुर के साथ यह हमारी रणनीतिक साझेदारी का दसवां वर्ष भी होगा।
हिंद-प्रशांत के उसके दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण
मोदी की ब्रुनेई यात्रा भारत के प्रधानमंत्री की उस देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी। यह यात्रा भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 40 वर्ष पूरे होने का भी प्रतीक होगी। सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी तीन-चार सितंबर को ब्रुनेई की यात्रा पर जाने वाले हैं। ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत के उसके दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण साझेदार है।
नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर
विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस यात्रा से ब्रुनेई के साथ रक्षा सहयोग, व्यापार और निवेश, ऊर्जा, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सहयोग, क्षमता निर्माण, संस्कृति के साथ-साथ लोगों के बीच आदान-प्रदान सहित सभी मौजूदा क्षेत्रों में हमारा सहयोग और मजबूत होगा और नए क्षेत्रों में सहयोग के अवसर तलाशे जाएंगे।
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