पाकिस्तान आर्मी के कैंप पर सुसाइड अटैक की कोशिश नाकाम (फोटो- सोशल मीडिया)
Pakistan Army camp terror attack: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शुक्रवार (17 अक्टूबर) को एक बड़ा आतंकी हमला टल गया। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने अपने शिविर पर एक आत्मघाती हमले की कोशिश को बहादुरी से नाकाम कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि इस कार्रवाई के दौरान आत्मघाती हमलावर समेत चार आतंकवादियों को मार गिराया गया। यह हमला उत्तरी वजीरिस्तान जिले के मीर अली इलाके में हुआ, जहां आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों के शिविर को निशाना बनाने का प्रयास किया था।
सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार, यह हमला बेहद खतरनाक तरीके से प्लान किया गया था। एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे अपने वाहन को सीधे शिविर की चारदीवारी से टकरा दिया, जिससे एक शक्तिशाली विस्फोट हुआ। इस धमाके के फौरन बाद, तीन अन्य आतंकवादियों ने शिविर पर हमला करने और अंदर घुसने की कोशिश की। लेकिन सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर घुसने से पहले ही मार गिराया। इस घटना में किसी भी सैनिक के हताहत होने की खबर नहीं है।
अधिकारियों के मुताबिक, यह आतंकवादी प्रयास का इकलौता मामला नहीं था। बाजौर जिले में भी इसी तरह की एक बड़ी आतंकवादी साजिश को नाकाम किया गया। वहां भी सुरक्षा बलों ने समय रहते कार्रवाई की और गोलीबारी के जरिए विस्फोटकों से लदे एक वाहन को नष्ट कर दिया। इसके अलावा, बन्नू जिले में सुरक्षाकर्मियों ने एक पुलिस थाने की इमारत को निशाना बनने से बचा लिया। यहां भी विस्फोटकों से लदे एक वाहन को थाने तक पहुंचने से पहले ही नष्ट कर दिया गया। धमाके के बाद इलाके में भारी गोलीबारी की आवाज़ें भी सुनी गईं।
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बन्नू की घटना पर ज़िला पुलिस अधिकारी सलीम अब्बास कुलाची ने बताया कि घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजा गया है। इस बीच, सुरक्षा अधिकारियों ने जानकारी दी है कि ये घटनाएं आतंकवाद के खिलाफ चल रहे बड़े अभियानों का हिस्सा हैं। अधिकारियों के अनुसार, पिछले दो दिनों में पूरे क्षेत्र में संचालित किए गए विभिन्न अभियानों में 88 आतंकवादी मारे गए हैं, जिन्हें कथित तौर पर अफगान तालिबान का समर्थन प्राप्त था। इससे पहले, पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा था कि सोमवार और बुधवार के बीच खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में गोपनीय जानकारी पर आधारित कई अभियानों में प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के 34 आतंकवादी भी मारे गए थे।