सांकेतिक तस्वीर
Hindu girl Converted in Pakistan: पाकिस्तान के सिंध प्रांत से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मूक-बधिर हिंदू नाबालिग लड़की, जो पिछले नौ दिनों से लापता थी, अब मीडिया के सामने आई है। उसके पास इस्लाम धर्म अपनाने का प्रमाण पत्र था और उसने एक मुस्लिम व्यक्ति से शादी करने का दावा किया है, जो उम्र में उससे कई साल बड़ा है।
यह घटना सिंध के बदिन जिले के कोरवाह कस्बे की है। लड़की के अचानक गायब हो जाने के बाद उसके माता-पिता ने अपहरण की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस ने कथित तौर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 को, लड़की बदिन प्रेस क्लब में अपने कथित पति के साथ सामने आई। उसने इस्लाम धर्म में परिवर्तित होने का प्रमाण पत्र दिखाया और दावा किया कि उसने स्वेच्छा से शादी की है।
हालांकि, लड़की के पिता ने इस दावे पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि सुनने और बोलने में अक्षम, नाबालिग लड़की एक ऐसे व्यक्ति से शादी करने के लिए कैसे राजी हो सकती है, जो न सिर्फ मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों में लिप्त है बल्कि पहले से सात बेटियों का पिता है।
हिंदू और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों के लिए काम करने वाले संगठन दरवार इत्तेहाद पाकिस्तान के प्रमुख शिव कच्छी ने इसे जबरन अपहरण और धर्मांतरण का मामला बताया है। उन्होंने कहा कि परिवार की ओर से बार-बार शिकायत देने के बावजूद पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कच्छी ने यह भी बताया कि उन्होंने इस मामले को अदालत में ले जाने के लिए वकीलों से संपर्क किया है, क्योंकि उन्हें नहीं लगता कि लड़की ने यह निर्णय अपनी मर्जी से लिया होगा।
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अल्पसंख्यक अधिकार की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की आबादी कुल जनसंख्या का लगभग 1.2 प्रतिशत है, यानी करीब 19.6 लाख लोग। इनमें से लगभग 96 प्रतिशत सिंध प्रांत के ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। हाल के वर्षों में पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से हिंदू और ईसाई समुदाय की नाबालिग लड़कियों के जबरन धर्मांतरण और विवाह के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है।