पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक, सांकेतिक फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर ट्रेन को अपने कब्जे में ले लिया। इस हमले में 214 पाकिस्तानी नागरिकों को बंधक बनाया गया है, जिनमें सेना, अर्धसैनिक बल, पुलिस और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी शामिल हैं। BLA ने दावा किया है कि उसने 30 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है। सुरक्षा बलों द्वारा की गई कार्रवाई में 16 विद्रोही भी मारे गए हैं। इस दौरान 104 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया, जबकि 17 घायल यात्रियों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
संगठन ने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए मांग की है कि इस अवधि के भीतर सभी बलूच राजनीतिक कैदियों, जबरन लापता किए गए लोगों और राष्ट्रीय प्रतिरोध कार्यकर्ताओं को बिना किसी शर्त के रिहा किया जाए। फिलहाल, पाकिस्तानी सेना और पुलिस की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
BLA ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं या पाकिस्तानी सेना ने किसी तरह की कार्रवाई करने की कोशिश की, तो सभी बंदियों को मार दिया जाएगा और ट्रेन को पूरी तरह नष्ट कर दिया जाएगा। संगठन ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह उनकी अंतिम चेतावनी है।
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बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) की मांगें स्पष्ट और सीधी हैं, जिन्हें वे कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रख चुके हैं। उनका मानना है कि बलूचिस्तान एक स्वतंत्र राष्ट्र है और वहां उनकी अपनी सरकार होनी चाहिए। उनकी सबसे अहम मांग यह है कि पाकिस्तान की किसी भी सुरक्षा एजेंसी या सरकारी प्रतिनिधि को बलूचिस्तान में मौजूद नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, बलूच समुदाय चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) परियोजनाओं का भी विरोध करता है। उनका आरोप है कि इन परियोजनाओं के जरिए उनके प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया जा रहा है और बड़ी संख्या में बलूच लोग विस्थापित हो रहे हैं।
बलूच संगठनों द्वारा लंबे समय से इन परियोजनाओं को बंद करने की मांग की जा रही है। बीएलए के हमले कोई नई बात नहीं हैं। वह पहले भी पाकिस्तान और चीन से जुड़े लक्ष्यों को निशाना बनाता रहा है। उन्होंने कई बार चीनी इंजीनियरों और पाकिस्तानी राजनयिकों पर हमले किए हैं।
बता दें कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) बलूच अलगाववादियों का सबसे बड़ा समूह है, जो बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की मांग को लेकर लंबे समय से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहा है। पाकिस्तान, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश इसे एक “आतंकवादी संगठन” मानते हैं।
BLA ने बलूचिस्तान में सुरक्षा बलों, सरकारी प्रतिष्ठानों और चीन से जुड़े प्रोजेक्ट्स को निशाना बनाते हुए कई हमले किए हैं। खासकर, जब से इस क्षेत्र में चीन की मौजूदगी बढ़ी है, तब से संगठन ने अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं।
BLA का सुसाइड स्क्वाड, जिसे “मजीद ब्रिगेड” कहा जाता है, कई बड़े हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है। इसमें 2018 में कराची स्थित चीनी दूतावास पर हमला और 2019 में ग्वादर के एक लग्जरी होटल पर हमला शामिल हैं।