पाकिस्तान ने भारतीय विमानों पर एयरस्पेस बैन फिर बढ़ाया, सांकेतिक तस्वीर (सो.सोशल मीडिया)
India Pakistan Tension: ऑपरेशन सिंदूर को अब पांच महीने से अधिक का समय बीत चुका है लेकिन इसके असर अब भी भारत-पाकिस्तान संबंधों पर साफ दिखाई दे रहे हैं। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले इलाकों में मौजूद कई आतंकी और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया था। इस कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा, जबकि वह भारत को कोई ठोस जवाब देने में नाकाम रहा।
इसी बौखलाहट और नाराजगी के बीच पाकिस्तान ने भारतीय विमानों पर लगाए गए हवाई क्षेत्र प्रतिबंध को एक महीने और बढ़ाने का फैसला किया है। नए आदेश के मुताबिक अब भारतीय विमान अगले एक महीने तक भी पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। यह प्रतिबंध अब 23 जनवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने अप्रैल में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय एयरलाइंस के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। इसके जवाब में भारत ने भी पाकिस्तानी विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र पर समान प्रतिबंध लागू कर दिए थे। इससे दोनों देशों के बीच हवाई यातायात पर सीधा असर पड़ा है।
पिछली बार यह प्रतिबंध 24 दिसंबर को समाप्त होने वाला था लेकिन पाकिस्तान एयरपोर्ट्स अथॉरिटी (PAA) ने इसे आगे बढ़ाने की घोषणा कर दी। जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय रजिस्टर्ड सभी विमान चाहे वे भारतीय एयरलाइंस के स्वामित्व वाले हों उनके द्वारा संचालित हों या लीज पर लिए गए हों पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में उड़ान नहीं भर सकेंगे। इसके साथ ही भारतीय सैन्य विमानों पर भी यह रोक लागू रहेगी।
पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र दो फ्लाइट सूचना क्षेत्रों में बंटा हुआ है कराची और लाहौर। जारी किए गए NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) में साफ कहा गया है कि यह प्रतिबंध इन दोनों FIR क्षेत्रों पर लागू होगा और 23 जनवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा।
गौरतलब है कि पहलगाम हमले में 26 लोगों की हत्या के बाद मई महीने में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक तनावपूर्ण हालात बने रहे थे। इसके बाद से पाकिस्तान कई बार भारतीय विमानों पर हवाई क्षेत्र प्रतिबंध की अवधि बढ़ा चुका है। भारत ने भी हर बार जवाबी कदम उठाते हुए पाकिस्तानी विमानों के लिए समान प्रतिबंध बनाए रखे हैं।
यह भी पढ़ें:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओमान के दो दिवसीय दौरे पर मस्कट पहुंचे, भारतीय समुदाय ने किया भव्य स्वागत
विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला दोनों देशों के बीच जारी तनाव और सुरक्षा चिंताओं का नतीजा है जिसका असर न केवल द्विपक्षीय संबंधों पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात पर भी पड़ रहा है। आने वाले दिनों में भारत-पाकिस्तान के बीच हवाई क्षेत्र और सुरक्षा से जुड़े फैसलों पर सबकी नजरें टिकी रहेंगी।