
केजरीवाल की तरह जोहरान ममदानी ने भी न्यूयॉर्क के लोगों को फ्री बस सेवा का वादा किया है (सोर्स-सोशल मीडिया)
Joharan Mamdani News: जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर चुनाव में जीत हासिल की है। यह जीत ऐतिहासिक है क्योंकि ममदानी पहले मुस्लिम और भारतीय मूल के मेयर बने हैं। उनकी जीत एक ऐसे शहर में आई है, जहां राजनीतिक माहौल चुनौतीपूर्ण है और हर तरह के विरोध के बावजूद उन्होंने सफलता पाई। ममदानी ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान जिस प्रकार के वादे किए वो बहुत हद तक दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की योजनाओं से काफी मिलता-जुलता है।
ममदानी का सबसे बड़ा प्रस्ताव न्यूयॉर्क की मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (MTA) की बस सेवाओं से किराया हटाना है। ऐसा ही कुछ केजरीवाल ने भी 2019 में दिल्ली में चुनाव से पहले महिलाओं के लिए मुफ्त बस सेवा की शुरूआत की थी। वहीं ममदानी ने इसे लेकर दावा किया कि, इससे शहर के गरीब और सीमित परिवहन वाले इलाके के लोग आसानी से यात्रा कर सकेंगे।
न्यूयॉर्क में लगभग हर पांचवां निवासी बस या सबवे का किराया चुकाने में मुश्किल महसूस करता है। ममदानी की योजना से बस यात्रियों की संख्या 20-30% तक बढ़ सकती है, और इसे लागू करने की लागत सालाना लगभग 1.2 अरब डॉलर आएगी। इस योजना को फंड करने के लिए ममदानी ने कहा कि वे सालाना 10 लाख डॉलर से अधिक कमाने वालों पर 2% टैक्स लगाएंगे और कॉर्पोरेट सब्सिडी घटाएंगे।
यह दिल्ली की पिंक टिकट योजना जैसी है, जिसके तहत महिलाओं के लिए बस यात्रा मुफ्त है। दिल्ली में इस योजना ने बस यात्रियों की संख्या 25% बढ़ा दी थी। मुफ्त बस यात्रा का विचार दुनिया में नया नहीं है। यूरोप के कई देशों और शहरों में इसे लागू किया गया है, जैसे लक्जमबर्ग, माल्टा, फ्रांस के डनकिर्क और एस्टोनिया की राजधानी टालिन।
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ममदानी ने केवल मुफ्त बस तक सीमित नहीं रखा। उन्होंने बच्चों के लिए यूनिवर्सल चाइल्डकेयर, रेंट स्टेबलाइजेशन और फूड सिक्योरिटी जैसी कई योजनाओं की घोषणा की है। उनके अनुसार, छह हफ्ते से पांच साल तक के बच्चों के लिए यह सेवा सालाना 15,000 डॉलर तक बचत कराएगी। रेंट स्टेबलाइजेशन के तहत 10 लाख घरों का किराया 3% तक सीमित किया जाएगा। इसके अलावा, हर इलाके में पीपल्स मार्केट्स खोलने की योजना है, जहां थोक कीमत पर चावल, दूध और सब्जियां मिलेंगी।






