खालिदा जिया का अंतिम सफर, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Khaleda Zia Latest News In Hindi: बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बीएनपी प्रमुख खालिदा जिया का अंतिम संस्कार बुधवार को ढाका में कड़ी सुरक्षा के बीच संपन्न हुआ। 80 वर्षीय जिया के निधन के बाद ढाका की सड़कों पर उनके चाहने वालों का सैलाब उमड़ पड़ा, जहां भारत समेत कई पड़ोसी देशों के प्रतिनिधियों ने उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी।
बुधवार को ढाका के माणिक मिया एवेन्यू में उनके जनाजे की नमाज आयोजित की गई। इस दौरान सुरक्षा के अत्यंत कड़े इंतजाम किए गए थे। नमाज का नेतृत्व बैतुल मुकर्रम नेशनल मस्जिद के खतीब मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल मालेक ने किया। नमाज से पहले, बीएनपी के स्थायी समिति के सदस्य नजरुल इस्लाम खान ने जिया की जीवनी पढ़ी और उनके योगदान को याद किया। उनके बेटे और बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने वहां मौजूद जनसमूह से अपनी मां के लिए जन्नत की दुआ करने की भावुक अपील की।
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर विशेष रूप से इस दुखद घड़ी में शामिल होने के लिए ढाका पहुंचे। उन्होंने तारिक रहमान से मुलाकात की और भारत सरकार की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की। जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक व्यक्तिगत पत्र भी रहमान को सौंपा, जिसमें उन्होंने खालिदा जिया को एक अनुभवी नेता बताते हुए उनके निधन पर दुख व्यक्त किया था।
खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में केवल भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और मालदीव के उच्चस्तरीय प्रतिनिधि भी शामिल हुए। नेपाल के विदेश मंत्री बाला नंद शर्मा पहुंचने वाले पहले विदेशी मेहमानों में से एक थे। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के स्पीकर सरदार अयाज सादिक ने भी ढाका पहुंचकर शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हमदर्दी जताई। भूटान के विदेश मंत्री ल्योनपो डीएन धुंग्येल, श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ और मालदीव के विशेष दूत अली हैदर अहमद ने भी जिया को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
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खालिदा जिया का पार्थिव शरीर उनके पति और पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान की कब्र के पास ही दफनाया जाएगा। जिया पिछले काफी समय से लंबी बीमारी से जूझ रही थीं और मंगलवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके अंतिम संस्कार में उमड़ा भारी जनसैलाब उनकी राजनीतिक लोकप्रियता और बांग्लादेश के इतिहास में उनके महत्वपूर्ण स्थान को दर्शाता है।
इस मौके पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस और मुख्य न्यायाधीश जुबैर रहमान चौधरी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।