पीएम नेतन्याहू, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
तेल अवीव: इजरायल ने सात अक्टूबर 2023 को हमास के हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो इजराइली-अमेरिकी नागरिकों के शव वापस हासिल किए हैं। अधिकारियों ने इस बात की जानकारी गुरुवार को दी। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि जूडिह वीनस्टीन और गैड हग्गई के शव सेना और आंतरिक सुरक्षा एजेंसी ‘शिन बेट’ द्वारा संचालित एक विशेष अभियान के माध्यम से बरामद कर इजरायल लाए गए हैं।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि मैं इजरायल के सभी नागरिकों की तरफ से इनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूँ। ईश्वर उनकी आत्माओं को शांति दें। किब्बुत्ज नीर ओज ने दिसंबर 2023 में वीनस्टीन और हग्गई के निधन की पुष्टि की थी। इजरायली सेना ने बताया कि दोनों सात अक्टूबर के हमले में मारे गए थे और हाल ही में उनके शव दक्षिणी गाजा के खान यूनुस शहर से प्राप्त हुए हैं।
अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, खान यूनिस में इजरायली हमलों के दौरान रात भर कम से कम 10 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हुई। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा शहर के अल-अहली अस्पताल परिसर पर हुए हमले में तीन स्थानीय पत्रकारों की जान गई और छह लोग घायल हो गए। अभी तक उन पत्रकारों की पहचान या उनके मीडिया संस्थान का खुलासा नहीं किया गया है। इजरायली सेना ने कहा है कि वह इस हमले की रिपोर्ट की जांच कर रही है।
सेना का दावा है कि वह केवल आतंकवादियों को ही निशाना बनाती है और नागरिकों की हताहतियों के लिए हमास जिम्मेदार है। न्यूयॉर्क की ‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल-हमास संघर्ष के दौरान अब तक 180 से अधिक पत्रकार और मीडिया कर्मी मारे जा चुके हैं, जिनमें अधिकांश की मौत गाजा में हुई है। इजरायल का कहना है कि उनके हमलों में जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें ज्यादातर ऐसे थे जो आतंकवादी होते हुए पत्रकार के रूप में छिपे हुए थे।
गौरतलब है कि हमास के आतंकवादियों ने सात अक्टूबर को इजरायल पर एक हमला करके करीब 1,200 लोगों की हत्या की, जिनमें अधिकतर आम नागरिक थे। इसके साथ ही, हमास ने 251 लोगों को अपहरण कर बंधक बना लिया था। फिलहाल, हमास के कब्जे में 56 बंधक अभी भी हैं, जिनमें से लगभग एक तिहाई के जीवित होने का अनुमान है। इसके अलावा, हमास ने कुछ बंधकों को युद्ध विराम समझौतों और अन्य सौदों के तहत रिहा कर दिया था।