यूक्रेन जंग में बिना शर्त उत्तर कोरिया देगा पुतिन का साथ, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
प्योंगयांग: उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने स्पष्ट किया है कि उनका देश यूक्रेन के खिलाफ जारी युद्ध में रूस को ‘बिना किसी शर्त’ पूरा समर्थन देगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच हुई रक्षा संधि के सभी प्रावधानों का पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता से पालन किया जाएगा।
यह बयान उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने गुरुवार को जारी किया। रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग-उन ने यह घोषणा उस वक्त की जब उन्होंने प्योंगयांग में रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव सर्गेई शोइगू से मुलाकात की।
रूसी सुरक्षा परिषद के प्रमुख सर्गेई शोइगू बुधवार को उत्तर कोरिया पहुंचे। दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग में तेजी से इज़ाफा हो रहा है। ऐसा अनुमान है कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद के लिए सैनिक भेजे हैं, जो इस साझेदारी की गहराई को दर्शाता है। सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान किम जोंग-उन ने स्पष्ट रूप से कहा कि उत्तर कोरिया रूस की विदेश नीति और यूक्रेन संघर्ष समेत सभी महत्वपूर्ण वैश्विक मामलों में उसका पूरा और बिना शर्त समर्थन करेगा।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा है कि उनका देश रूस के साथ हुई रणनीतिक साझेदारी संधि के प्रावधानों का पूरी तरह से पालन करेगा। उन्होंने यह बात उस समझौते के संदर्भ में कही, जिस पर जून 2024 में प्योंगयांग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हस्ताक्षर हुए थे। इस बैठक के दौरान दोनों देशों ने यूक्रेन युद्ध को लेकर अपनी समान सोच को दोहराया और आपसी संबंधों को एक मजबूत तथा व्यापक रणनीतिक साझेदारी में बदलने के अपने इरादे को दोहराया।
रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को किम जोंग-उन और रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू के बीच कुर्स्क युद्ध क्षेत्र के पुनर्निर्माण की संभावनाओं पर चर्चा हुई। साथ ही, उत्तर कोरियाई सैनिकों की बहादुरी को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रमों पर भी विचार किया गया। सियोल के एकीकरण मंत्रालय का कहना है कि बातचीत के संभावित मुद्दों में उत्तर कोरिया द्वारा रूस को और सैनिक भेजने की योजना, यूक्रेन में चल रही संघर्षविराम वार्ता और किम जोंग-उन की संभावित रूस यात्रा शामिल हो सकती है।
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यह वार्ता उस दिन हुई जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे-म्यांग ने शपथ ग्रहण किया था। ऐसे में मंत्रालय के एक अधिकारी ने इस बात से इनकार नहीं किया कि इस दौरान दोनों देशों के बीच कोरियाई प्रायद्वीप की सुरक्षा और अंतर-कोरियाई संबंधों पर चर्चा हुई होगी। रक्षा मंत्री शोइगु की यह यात्रा पिछले तीन महीनों में दूसरी बार हुई है। यह दौरा रूस और उत्तर कोरिया के बीच 19 जून 2023 को हुई आपसी रक्षा संधि की पहली वर्षगांठ से ठीक पहले हुआ है। इस संधि में यह प्रावधान है कि यदि दोनों में से किसी एक देश पर हमला होता है, तो दूसरा देश सैन्य सहायता प्रदान करेगा।
इससे पहले अप्रैल में उत्तर कोरिया ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह स्वीकार किया था कि उसने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की सहायता के लिए अपने सैनिक भेजे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर कोरिया अब तक लगभग 15,000 सैनिक रूस भेज चुका है। इनमें से अनुमानित 4,700 से अधिक सैनिक घायल या मारे जा चुके हैं और इनमें से करीब 600 की मौत हो गई है।