मिडिल ईस्ट फिर सुलगा, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Israeli Raid in Syria: दक्षिणी सीरिया के बेत जिन गांव में शुक्रवार तड़के इजरायली सेना द्वारा की गई छापेमारी ने क्षेत्र में तनाव को और गहरा कर दिया है। इस दौरान चली ताबड़तोड़ गोलीबारी और हवाई हमले में कम से कम 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य घायल बताए जा रहे हैं। सीरियाई पक्ष का आरोप है कि मारे गए सभी लोग गांव के आम नागरिक थे, जिनमें बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं।
सीरियाई सरकारी समाचार एजेंसी सना के मुताबिक, इजरायली सैनिक अचानक गांव में घुस आए और कुछ स्थानीय लोगों को हिरासत में लेने का प्रयास किया। जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो सैनिकों ने तेज गोलीबारी शुरू कर दी। कुछ स्थानों पर हवाई कार्रवाई भी की गई, जिससे दहशत में कई परिवार गांव छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए।
गांव के स्थानीय ने लोगों को बताया कि इजरायली सेना बिना किसी उकसावे के गांव में दाखिल हुई और सीधे फायरिंग शुरू कर दी। मारे गए लोग आम नागरिक थे, जिनमें महिलाओं और बच्चों की भी मौत हुई है।
दूसरी ओर, इजरायली सेना ने सीरिया के आरोपों को खारिज करते हुए एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह कार्रवाई एक खुफिया जानकारी पर आधारित थी। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि बेत जिन क्षेत्र में एक सक्रिय आतंकी सेल इजरायली नागरिकों पर बड़े हमले की योजना बना रही थी, जिसे निष्क्रिय करने के लिए यह विशेष अभियान चलाया गया।
इजरायली सेना ने दावा किया कि छापेमारी के दौरान उग्रवादियों ने उनके जवानों पर फायरिंग की, जिसमें छह सैनिक घायल हुए। जवाबी कार्रवाई में कई उग्रवादी मारे गए, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया। अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया जा चुका है।
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब गाजा पट्टी में युद्धविराम लागू है, लेकिन इजरायल की ओर से लेबनान और सीरिया सीमाओं पर सैन्य गतिविधियां जारी हैं। पिछले कुछ महीनों में इजरायल ने सीरिया में कई हवाई और जमीनी हमले किए हैं, जिन्हें वह ईरान-समर्थित मिलिशिया गुटों पर कार्रवाई के रूप में प्रस्तुत करता है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि गाजा युद्धविराम के बावजूद उत्तरी मोर्चों पर तनाव बढ़ना क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है। बेत जिन जैसी घटनाएं यह संकेत देती हैं कि इजरायल-सीरिया संघर्ष का दायरा और व्यापक हो सकता है, जिससे नागरिक हताहत बढ़ने की आशंका भी गहरी हो गई है।