इराक की संसद में संग्राम, एआई तस्वीर
Shia Sunni fight in Iraq: इराक की संसद में हंगामे की खबरें सामने आई हैं, जहां शिया और सुन्नी सांसदों के बीच झड़प हुई। मंगलवार को हुई इस घटना में सांसदों ने एक-दूसरे पर हाथापाई की और जूते तक फेंके। यह विवाद संघीय सेवा और राज्य परिषद के उम्मीदवारों के मतदान को लेकर शुरू हुआ, जो बाद में हिंसक झड़प में बदल गया।
स्थानीय मीडिया के अनुसार, इस दौरान सुन्नी सांसद राद अल-दहलाकी पर हमला हुआ, जिससे उन्हें शारीरिक चोटें आईं, खासकर आंख में। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें सांसदों को आपस में भिड़ते हुए देखा जा सकता है।
इराकी मीडिया के एक सूत्रों के अनुसार संसद के अध्यक्ष महमूद अल-मशहदानी पर्याप्त संख्या में सांसदों की गैर-मौजूदगी के कारण सदन से बाहर चले गए, जिसके बाद संसदीय सत्र अव्यवस्था का शिकार हो गया। हालांकि, इसके बावजूद प्रथम उप-सभापति मोहसिन अल-मंडलावी की अध्यक्षता में सत्र आयोजित किया गया।
Chaos erupted in the Iraqi Parliament as disagreements led to clashes with MPs beating each other and throwing shoes at one another. pic.twitter.com/Wfto3OolfR
— Tehran Times (@TehranTimes79) August 6, 2025
सूत्र ने आगे बताया कि विवाद तब भड़का जब तकद्दुम गठबंधन के सांसदों ने सत्र का बहिष्कार किया था। उन्होंने शिया गुटों के साथ मिलकर संघीय सेवा और राज्य परिषद के उम्मीदवारों के लिए मतदान में भाग लिया। इस कदम से सदन में नाराजगी फैल गई।
रिपोर्ट के अनुसार, संघीय सेवा और राज्य परिषद के पदों को दोनों समुदायों के बीच बांटा जाना था, लेकिन तकद्दुम गठबंधन और शिया सांसदों ने राजनीतिक सहमति को नज़रअंदाज़ करते हुए दोनों पदों पर शिया उम्मीदवारों को चुन लिया।
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इसी फैसले के बाद संसद भवन के बाहर और कैफेटेरिया में तनाव बढ़ गया। स्पीकर महमूद अल-मशहदानी ने जोरदार विरोध जताते हुए कहा कि यह वोटिंग सुन्नी समुदाय के अधिकारों के साथ अन्याय है। इस पर शिया सांसद अला अल-हैदरी ने एक सांप्रदायिक गाली दी, जिसके बाद सुन्नी सांसद राद अल-दहलाकी के साथ उनकी हाथापाई हो गई।
हालात तब और बिगड़ गए जब करीब 50 सांसदों ने अल-दहलाकी पर हमला कर दिया और उन्हें बुरी तरह पीटा। सूत्रों के मुताबिक, तकद्दुम गठबंधन और अन्य सुन्नी दलों के सांसद हमले को रोक नहीं पाए। केवल एक सुन्नी सांसद, महमूद अल-कैसी, आगे आए और उन्होंने बहादुरी से अल-दहलाकी को भीड़ से बचाने की कोशिश की।
इराक की संसद में पहले भी ऐसी हिंसक घटनाएं हो चुकी हैं। मई 2024 में, संसद अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सांसदों के बीच झड़प हुई थी, जब यह पद छह महीने तक खाली रहा था।