Hindi news, हिंदी न्यूज़, Hindi Samachar, हिंदी समाचार, Latest Hindi News
X
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • धर्म
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • करियर
  • टेक्नॉलजी
  • हेल्थ
  • ऑटोमोबाइल
  • वीडियो
  • चुनाव

  • ई-पेपर
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • राजनीति
  • खेल
  • लाइफ़स्टाइल
  • क्राइम
  • नवभारत विशेष
  • मनोरंजन
  • बिज़नेस
  • अन्य
    • वेब स्टोरीज़
    • वायरल
    • ऑटोमोबाइल
    • टेक्नॉलजी
    • धर्म
    • करियर
    • टूर एंड ट्रैवल
    • वीडियो
    • फोटो
    • चुनाव
  • देश
  • महाराष्ट्र
  • विदेश
  • खेल
  • क्राइम
  • लाइफ़स्टाइल
  • मनोरंजन
  • नवभारत विशेष
  • वायरल
  • राजनीति
  • बिज़नेस
  • ऑटोमोबाइल
  • टेक्नॉलजी
  • धर्म
  • वेब स्टोरीज़
  • करियर
  • टूर एंड ट्रैवल
  • वीडियो
  • फोटो
  • चुनाव
In Trends:
  • Tariff War |
  • Weather Update |
  • Aaj ka Rashifal |
  • Parliament Session |
  • Bihar Assembly Elections 2025 |
  • Share Market
Follow Us
  • वेब स्टोरीज
  • फोटो
  • विडियो
  • फटाफट खबरें

पाकिस्तान का करीबी होना तुर्किये को पड़ा भारी, भारत ने BRICS में रोकी एंट्री

भारत ने BRICS में तुर्किये की एंट्री पर रोक लगा दी है। ये दावा एक जर्मन अखबार बिल्ड ने अपनी रिपोर्ट की। कहना है कि भारत की वजह से तुर्किये कीब्रिक्स की सदस्यता नहीं मिल पाई। इसके मुताबिक तुर्किये ने समूह सदस्य बनने के लिए आवेदन किया था। लेकिन भारत की वजह से इसे खारिज कर दिया गया।

  • By साक्षी सिंह
Updated On: Oct 26, 2024 | 11:30 AM

ब्रिक्स समिट 2024

Follow Us
Close
Follow Us:

नई दिल्ली: भारत ने BRICS में तुर्किये की एंट्री पर रोक लगा दी है। ये दावा एक जर्मन अखबार बिल्ड ने अपनी रिपोर्ट की। कहना है कि भारत की वजह से तुर्किये कीब्रिक्स की सदस्यता नहीं मिल पाई। इसके मुताबिक तुर्किये ने समूह सदस्य बनने के लिए आवेदन किया था। लेकिन भारत की वजह से इसे खारिज कर दिया गया।

भारत ने क्यों किया खारिज

दरअसल, तुर्किये का पाकिस्तान के साथ करीबी संबंध हैं। कश्मीर मुद्दे पर वो कई बार भारत के खिलाफ बयान भी दे चुका है। हाल ही में रूस के कजान में आयोजित 16वें ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में कहा था कि संगठन की योजनाएं संस्थापक देशों की सर्वसम्मति से बननी चाहिए।

ये भी पढ़ें:-Israel Iran War: अमेरिका ने ईरान को दी चेतावनी, बोला- इजरायल का हिसाब बराबर, अब बंद होने चाहिए सैन्य हमले

संगठन के कार्य क्षमता पर न पड़े असर

हालांकि कयास ये लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी के इस बयान के बाद से भारत के विरोध की वजह तुर्किये को ब्रिक्स की सदस्यता नहीं मिल पाई। ब्रिक्स समिट के दौरान अपने भाषण में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी कहा कि नए देशों को शामिल किए जाने से पहले ये ध्यान रखा जाएगा कि इससे समूह की कार्य क्षमता पर कोई असर न पड़े। इसकी वजह से भी नए आवेदनों को टाल दिया गया।

तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन

चार देश इस साल समूह के सदस्य बने

हालांकि तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने 24 अक्टूबर को आयोजित ब्रिक्स प्लस की समिट में हिस्सा लिया था। इस के साल शुरुआत में ब्रिक्स में चार नए देश इथियोपिया, ईरान, मिस्र और UAE जुड़े थे। जनवरी में ये चारों देश इस साल शिखर सम्मलेन में सदस्य के रूप में शामिल हुए थे। इस अब ब्रिक्स समूह की सदस्यों की संख्या 9 हो गई है।

24 देशों के नेता ब्रिक्स समिट में लिया था हिस्सा

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा कजान में ब्रिक्स सदस्य देशों के अपने समकक्षों के साथ बैठक कर सकते हैं। इसके आलावा आमंत्रित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है। रूसी राष्ट्रपति के सहायक यूरी उशाकोव के मुताबिक, कजान में आयोजित ब्रिक्स समिट में 24 देशों के नेता और कुल 32 देशों के प्रतिनिधिमंडल भाग लेंगे। इस तरह रूस में आयोजित अब तक का यह सबसे बड़ा विदेश नीति का कार्यक्रम बन जाएगा।

तस्वीर में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

BRICS समिट के बारे में

शुरूआत में ब्रिक्स (BRICS) पांच देशों वाला समूह था। ये सिर्फ ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका वाले देश का समूह था। इसके बाद इसी साल जनवरी में चार और देश सऊदी अरब, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया और मिस्र समूह में शामिल हुए। अब समूह सदस्य की संख्या 5 से 9 हो चुकी है।

ये भी पढ़ें:-इजरायल ने ईरान के साथ-साथ सीरिया को भी लिया लपेटे में, Syria के भी सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना

BRICS समूह गठन का उद्देश्य क्या है

ब्रिक्स समूह से पहले ये ब्रिक समूह था। साल 2006 ब्राजील, रूस, भारत और चीन ने मिलकर ब्रिक समूह बनाया। 2010 में दक्षिण अफ़्रीका भी इसमें शामिल हो गया और यह ब्रिक्स बन गया। इस समूह की स्थापना विश्व के सबसे महत्वपूर्ण विकासशील देशों को एक साथ लाने और उत्तरी अमेरिका और पश्चिमी यूरोप के धनी देशों की राजनीतिक और आर्थिक शक्ति को चुनौती देने के लिए की गई थी।

India stopped turkey entry in brics refused to make it a member due to its closeness with pakistan

Get Latest   Hindi News ,  Maharashtra News ,  Entertainment News ,  Election News ,  Business News ,  Tech ,  Auto ,  Career and  Religion News  only on Navbharatlive.com

Published On: Oct 26, 2024 | 11:28 AM

Topics:  

  • India
  • Pakistan
  • Russia
  • Turkey

सम्बंधित ख़बरें

1

US डॉलर पर बड़ा प्रहार, ब्रिक्स देशों के बीच रुपये में ट्रेड की अनुमति; टैरिफ के खिलाफ भारत का जवाब

2

जेल की दीवारों से उठी आंधी… इमरान खान ने कर दिया पाक की राजनीति में बड़ा खेला, शहबाज की उड़ी नींद

3

ताइवान मुद्दे पर भारत-चीन आमने-सामने, इस सख्त बयान ने बढ़ाई दुनिया की बेचैनी

4

अमेरिकी टैरिफ लागू होने से भारत पर कितना असर, सरकार ने संसद में दिया जवाब

Popular Section

  • देश
  • विदेश
  • खेल
  • मनोरंजन
  • लाइफ़स्टाइल
  • बिज़नेस
  • वेब स्टोरीज़

States

  • महाराष्ट्र
  • उत्तर प्रदेश
  • मध्यप्रदेश
  • दिल्ली NCR
  • बिहार

Maharashtra Cities

  • मुंबई
  • पुणे
  • नागपुर
  • ठाणे
  • नासिक
  • सोलापुर
  • वर्धा
  • चंद्रपुर

More

  • वायरल
  • करियर
  • ऑटो
  • टेक
  • धर्म
  • वीडियो

Follow Us On

Contact Us About Us Disclaimer Privacy Policy
Marathi News Epaper Hindi Epaper Marathi RSS Sitemap

© Copyright Navbharatlive 2025 All rights reserved.