नो हैंडशेक विवाद पर अपने ही खिलाड़ियों पर भड़के ताहिर गोरा (फोटो- सोशल मीडिया)
Handshake Controversy: एशिया कप के इंडिया-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हैंडशेक न करने को लेकर विवाद गहराता ही जा रहा है। भारत के हाथों 7 विकेट से मिली हार से बौख्लाए पूर्व पाकिस्तानी और एक्सपर्ट बिना सिर-पैर के बयान दे रहे हैं। इसी बीच एक पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहे अपने ही खिलाड़ियों को आईना दिखाया है।
पाकिस्तानी एक्सपर्ट ताहिर गोरा ने कहा कि, भारत पर आरोप लग रहे हैं कि वह खेल को खेल की तरह नहीं लेते और राजनीति बीच में ला रहे हैं। मैं पाकिस्तानी खिलाड़ियों से पूछना चाहता हूँ कि जब वे भारत के खिलाफ कोई मैच जीतते हैं तो उसे इस्लाम की जीत बताकर जश्न मनाते हैं। वे क्यों खेल के बीच इस्लाम को लाते हैं?
ताहिर गोरा ने आगे कहा कि, कई मौकों पर पाकिस्तानी खिलाड़ी और नेता लगातार यह दोहरा चुके हैं कि भारत के खिलाफ जीत इस्लाम की जीत है। गोरा ने इस दौरान चैंपियंस ट्रॉफी में भारत से मैच से पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा पाकिस्तानी टीम की हौसला अफजाई करने वाले बयान का जिक्र किया। उन्होंने कहा, जब भारत से मैच होता था तो ये कहते थे, “भारत से जीत जाओ, इंग्लैंड से या ऑस्ट्रेलिया से जीतो।”
उन्होंने कहा कि इंग्लैंड मुस्लिम देश नहीं है, और ऑस्ट्रेलिया भी मुस्लिम देश नहीं है। जबकि भारत की टीम में कई मुस्लिम खिलाड़ी हैं। इतना ही नहीं, भारत में उतने ही मुस्लिम रहते हैं जितने पाकिस्तान में। जब वे कहते हैं कि पाकिस्तान की फतह हुई है, तो वे हिंदुओं को काफिर कहते हैं और पूरे भारत को काफिर करार देते हैं, जिसमें मुस्लिम और ईसाई भी शामिल हैं। वे दावा करते हैं कि इस्लाम की फतह हुई है।
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ताहिर गोरा ने कहा कि एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर भारतीय टीम ने मैच में दो अहम काम किए। पहला, अपने नाम एक शानदार जीत दर्ज की और फिर हाथ न मिलाकर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा करके भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को संदेश दिया है कि वे हाथ मिलाकर दोस्ती नहीं करना चाहते, लेकिन मैच इसलिए खेलना पड़ा क्योंकि बीसीसीआई भी एशिया कप में पाकिस्तान के साथ मुकाबला करने के लिए बाध्य था।