
एपस्टीन के प्राइवेट जेट में ट्रंप, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Epstein Files Latest Hindi News: अमेरिकी न्याय विभाग (US Department of Justice) ने कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन से जुड़ी जांच की एक नई और बड़ी खेप सार्वजनिक कर दी है। इन दस्तावेजों में 11,000 से अधिक फाइलें शामिल हैं जिनका कुल आकार लगभग 30,000 पेज का है। इसके साथ ही दर्जनों वीडियो क्लिप भी जारी किए गए हैं, जिनमें से कुछ वीडियो एपस्टीन की जेल के भीतर रिकॉर्ड किए गए बताए जा रहे हैं।
इन नए दस्तावेजों में सबसे ज्यादा चर्चा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम को लेकर हो रही है। फाइलों में एपस्टीन के निजी जेट के फ्लाइट रिकॉर्ड शामिल हैं जिनमें ट्रंप का नाम यात्री के तौर पर दर्ज है। हालांकि, अमेरिकी अधिकारियों ने साफ किया है कि इन रिकॉर्ड्स के आधार पर ट्रंप पर किसी भी तरह की आपराधिक संलिप्तता का आरोप नहीं लगाया गया है।
डॉक्युमेंट्स में एक महत्वपूर्ण ईमेल भी शामिल है जिसकी तारीख 7 जनवरी 2020 बताई गई है। इस ईमेल में दावा किया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने एपस्टीन के निजी जेट से पहले रिपोर्ट की गई संख्या से कहीं ज्यादा बार यात्रा की थी। हालांकि, इस ईमेल के भेजने और पाने वाले व्यक्तियों के नाम गोपनीय रखे गए हैं लेकिन इसे न्यूयॉर्क के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट से जुड़े एक सहायक अमेरिकी अटॉर्नी से संबंधित बताया गया है।
ईमेल के अनुसार, 1993 से 1996 के बीच डोनाल्ड ट्रंप कम से कम आठ बार एपस्टीन के प्राइवेट जेट में सफर कर चुके थे। इनमें से चार उड़ानों में घिस्लीन मैक्सवेल की मौजूदगी का भी जिक्र है। मैक्सवेल को बाद में एपस्टीन के अपराधों में सहयोगी ठहराया गया था और उन्हें सजा भी सुनाई जा चुकी है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कुछ यात्राओं के दौरान ट्रंप के साथ उनकी तत्कालीन पत्नी मार्ला मेपल्स, बेटी टिफनी ट्रंप और बेटे एरिक ट्रंप भी मौजूद थे।
नई फाइलों के अनुसार, 1993 की एक फ्लाइट में केवल ट्रंप और एपस्टीन ही यात्री थे। एक अन्य उड़ान में एपस्टीन, ट्रंप और लगभग 20 साल की लड़की का भी जिक्र किया गया है। वहीं दो अन्य उड़ानों में कुछ महिलाएं भी सफर कर रही थीं, जिन्हें मैक्सवेल केस में संभावित गवाह माना जा सकता है।
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप लगातार एपस्टीन के अपराधों से किसी भी तरह के संबंध से इनकार करते रहे हैं। उनका कहना है कि करीब 2004 के आसपास एपस्टीन से उनका रिश्ता खत्म हो गया था। एपस्टीन की 2019 में न्यूयॉर्क की जेल में मौत हो गई थी, जिसे आधिकारिक तौर पर आत्महत्या बताया गया।
दस्तावेज सार्वजनिक होने के कुछ ही देर बाद न्याय विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट की। विभाग ने कहा कि इन फाइलों में किए गए कुछ आरोप, विशेष रूप से डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े दावे, पूरी तरह झूठे और सनसनी फैलाने वाले हैं। न्याय विभाग के अनुसार, ये आरोप 2020 के राष्ट्रपति चुनाव से ठीक पहले एफबीआई को सौंपे गए थे।
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विभाग ने साफ तौर पर कहा कि ये सभी आरोप बेबुनियाद और असत्य हैं। यदि इनमें रत्ती भर भी सच्चाई होती, तो अब तक इन्हें राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा चुका होता।






