जेलेंस्की का दावा 2 चीनियों को पकड़ा, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: रूस के साथ चल रहे युद्ध के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को एक अहम खुलासा किया। उन्होंने बताया कि यूक्रेन की सेना ने दो चीनी नागरिकों को पकड़ा है, जो रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में शामिल थे। यह घटना पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क इलाके में घटी। जेलेंस्की के मुताबिक, यह पहली बार है जब युद्ध की शुरुआत से अब तक किसी चीनी नागरिक को युद्ध में शामिल पाया गया है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना से रूस और चीन के रिश्तों पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं। उन्होंने बताया कि इन पकड़े गए व्यक्तियों के पास से दस्तावेज़, बैंक कार्ड और व्यक्तिगत जानकारी मिली है, जो उनके रूस के साथ सहयोग की पुष्टि करते हैं।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि कब्जा करने वाली रूसी सेनाओं में दो से अधिक चीनी नागरिक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की जांच की जा रही है और खुफिया एजेंसियां, सुरक्षा सेवा तथा सशस्त्र बलों की संबंधित इकाइयाँ सक्रिय रूप से इस पर काम कर रही हैं। जेलेंस्की ने यूक्रेन के विदेश मंत्री को निर्देश दिया है कि वे तुरंत चीन की सरकार से संपर्क करें और इस पर उनकी प्रतिक्रिया जानें। उन्होंने कहा कि अगर रूस चीन को इस यूरोपीय युद्ध में किसी भी रूप में शामिल कर रहा है तो वो चाहे सीधे तौर पर या परोक्ष रूप से हो, तो यह साफ संकेत है कि राष्ट्रपति पुतिन युद्ध खत्म नहीं करना चाहते, बल्कि इसे और आगे बढ़ाना चाहते हैं।
विदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा ने हाल ही में एक चीनी अधिकारी को तलब कर इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है। सिबिहा ने कहा कि यह घटना चीन के शांति की कोशिशों पर गंभीर संदेह पैदा करती है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य के रूप में उसकी साख को प्रभावित करती है। फिलहाल चीन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। हालांकि, बीजिंग पहले यह दावा कर चुका है कि वह युद्ध में तटस्थ है और उसने किसी भी पक्ष को हथियार नहीं दिए हैं।
यह मामला एक बार फिर रूस और चीन के संबंधों को अंतरराष्ट्रीय बहस का विषय बना रहा है और इससे वैश्विक तनाव में इज़ाफा हो सकता है। इस बात की जांच की जा रही है कि आखिर चीनी नागरिक किस तरह रूसी सेना में भर्ती हुए, और यह जांच कई अहम पहलुओं को उजागर कर सकती है।