चीनी विदेश मंत्री और NSA अजीत डोभाल, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
China Foreign Minister Visit India: चीनी विदेश मंत्री वांग यी आज से दो दिन के लिए भारत में रहेंगे। इस दौरान भारत और चीन के बीच सीमा पर स्थायी शांति और स्थिरता बनाए रखने के उपायों पर बातचीत हो सकती है। वांग की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस महीने के अंत में चीन यात्रा से पहले की जा रही है और इसे दोनों देशों के बीच रिश्तों को सुधारने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं के बीच हुई झड़प के बाद संबंधों में तनाव पैदा हुआ था। हालांकि, अब दोनों पक्षों ने विवादित क्षेत्रों से अपने सैनिक हटा लिए हैं, लेकिन स्थिति पूरी तरह शांत नहीं है। वर्तमान समय में पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक मौजूद हैं।
चीनी विदेश मंत्री सोमवार शाम करीब 4:15 बजे नई दिल्ली पहुंचेंगे। शाम 6 बजे, वह द्विपक्षीय चर्चा के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात करेंगे। मंगलवार सुबह वांग यी 11 बजे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल के साथ विशेष प्रतिनिधियों की बैठक का नया दौर आयोजित करेंगे।
इन बैठकों में दोनों देश सीमा विवाद, व्यापार संबंध और हवाई सेवा पुनः प्रारंभ करने जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं। इसके बाद चीनी विदेश मंत्री शाम 5:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी से उनके आवास पर मिलेंगे।
इस दौरान, अमेरिकी टैरिफ के बढ़ते दबाव के बीच भारत-चीन व्यापार पर भी चर्चा हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर टैरिफ 50% तक बढ़ा दिया है और रूसी तेल खरीदने पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाया है। चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से सीमा मुद्दों पर विशेष वार्ता करेंगे। वांग और डोभाल को इस सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है। दिसंबर 2024 में डोभाल चीन गए थे, तब उन्होंने वांग के साथ पहले भी विशेष प्रतिनिधि वार्ता की थी।
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प्रधानमंत्री मोदी 6 साल बाद चीन की यात्रा करेंगे। मोदी 31 अगस्त से दो दिन के दौरे पर बीजिंग जाएंगे, जहां वे शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन की बैठक में भाग लेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी 2018 में चीन गए थे। यह उनके प्रधान मंत्री के रूप में चीन का छठा दौरा होगा।