
अरब सागर में चीन-पाक हुए बेहाल, फोटो ( सो. सोशल मीडिया )
नवभारत इंटरनेशनल डेस्क: अरब सागर में 19 से 22 मार्च तक लगातार गहमागहमी बनी रही। पास ही मौजूद पाकिस्तानी और चीनी युद्धपोतों तक भारतीय नौसेना के राफेल M और मिग 29K की गरज जरूर गूंज रही होगी। यह शोर भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के संयुक्त अभ्यास ‘वरुणा 2025’ का हिस्सा था। समंदर में मौजूद दो तैरते हुए एयरफील्ड से लड़ाकू विमान लगातार उड़ान भर रहे थे। खास बात यह है कि बीते दो महीनों में यह भारत और फ्रांस की नौसेनाओं के बीच दूसरा सैन्य अभ्यास था।
वरुणा अभ्यास का यह 23वां संस्करण था, जिसमें भारत और फ्रांस की नौसेनाओं ने संयुक्त रूप से युद्ध अभ्यास किया। इस अभ्यास में भारत के स्वदेशी विमानवाहक पोत INS विक्रांत और फ्रांस के परमाणु ऊर्जा संचालित विमानवाहक पोत FNS चार्ल्स डी गॉल के नेतृत्व में उनके नौसैनिक समूहों ने भाग लिया। खास बात यह रही कि INS विक्रांत के भारतीय नौसेना में शामिल होने के बाद यह उसका किसी विदेशी नौसेना के साथ पहला सैन्य अभ्यास था।
फ्रांस के रफाल M लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना में अपनी ताकत दिखा चुके हैं, और अब जल्द ही भारतीय नौसेना के बेड़े में भी शामिल होने जा रहे हैं। इन्हें INS विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर से संचालित करने के लिए खरीदा जा रहा है। खरीद प्रक्रिया की सभी औपचारिकताएँ पूरी हो चुकी हैं, कीमतों पर सहमति बन चुकी है, और अब सिर्फ CCS की अंतिम स्वीकृति का इंतजार है।
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इस पूरे अभ्यास की खास बात रफाल M और मिग-29K फाइटर जेट्स के उन्नत हवाई अभ्यास थे, जिनमें एयर-टू-एयर मॉक कॉम्बैट ड्रिल, फाइटर एक्सरसाइज, एंटी-सबमरीन वारफेयर और सर्फेस वॉरफेयर ऑपरेशन शामिल रहे।
फ्रांस का स्ट्राइक ग्रुप, जिसमें न्यूक्लियर पावर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर FNS चार्ल्स डी गॉल, एक फ्रीगेट, अटैक सबमरीन और सप्लाई शिप शामिल थे, अरब सागर में सैन्य अभ्यास का हिस्सा था। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की ओर से एक डिस्ट्रॉयर, एक फ्रीगेट और एक स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन ने भाग लिया।
फ्रांस का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप 3 जनवरी से 9 जनवरी तक भारत में मौजूद रहा, जिसके दौरान भारतीय वायुसेना ने लार्ज फोर्स इंगेजमेंट के तहत एक एयरियल अभ्यास किया। इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना की ओर से सुखोई, जैगुआर, इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर एयरक्राफ्ट, C-130J सुपर हरक्युलिस और एयर रिफ्यूलर शामिल थे। वहीं, फ्रांस की ओर से एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात रफाल एम और E2C एयरक्राफ्ट ने भाग लिया। इस संयुक्त अभ्यास में BVR (बियोंड विजुअल रेंज) टैक्टिकल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।






