कनाडा सरकार ने ईरानी IRGC ग्रुप को बताया आतंकी संगठन
ओटावा: कनाडा पहले भारत से और अब ईरान से पंगा ले लिया। भारत से तो आरोप- प्रत्यारोप तक ही सीमित था। लेकिन, ईरान के खिलाफ उसने बड़ा आरोप लगाया साथ ही इसे कनाडा के प्रतिबंधित लिस्ट में भी शामिल कर दिया। दरअसल, कनाडा ने ईरान के IRGC यानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (Islamic Revolutionary Guard Corps) को आतंकवादी संगठन करार दिया है।
यहां तक कि कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो सरकार ने ईरान में रहने वाले कनाडाई लोगों से देश छोड़ने के लिए भी कहा है। ट्रूडो ने कहा कि IRGC अब कनाडा में आतंकी संगठन की लिस्ट में शामिल हो गया है।
ट्रूडो सरकार ने क्यों लगाया बैन
जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि कनाडाई सरकार के इस फैसले से टेरर फंडिंग को रोकने में मदद मिलेगी। कनाडा सरकार ने एक बयान जारी करके कहा कि कि IRGC को आतंकी लिस्ट में शामिल करने से आतंकवाद के खिलाफ एक कड़ा संदेश जाएगा।बता दें कि IRGC ग्रुप ईरान की सबसे खतरनाक आर्मी मानी जाती है। हाल ही में इजरायल-हमास युद्ध के दौरान IRGC ग्रुप का नाम चर्चा में भी था।
ईरानी अधिकारियों को निकालेगा बाहर
कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने बुधवार दोपहर को घोषणा करते हुए कहा कि IRGC की आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए कनाडा हर मुमकिन प्रयास करेगा। डोमिनिक लेब्लांक ने कहा कि IRGC के शीर्ष सदस्यों सहित हजारों वरिष्ठ ईरानी सरकारी अधिकारियों को अब कनाडा में एंट्री करने से बैन कर दिया है । साथ ही जो लोग पहले से ही देश के अंदर हैं, उनकी जांच की जा सकती है और उन्हें देश से बाहर भी निकाला जा सकता है।
अमेरिका भी घोषित किया था आतंकवादी ग्रुप
इसके पहले 2019 अमेरिका ने भी IRGC को आतंकवादी ग्रुप घोषित किया था। बता दें कि IRGC पर हिज्बुल्लाह समेत मध्य पूर्व क्षेत्र में कई आतंकवादी संगठन को बनाने का आरोप लगता आया है। कुछ साल पहले यूरोपियन यूनियन की ओर से भी आरोप लगाया गया था कि IRGC ने सऊदी अरब में मौजूद तेल भंडार पर ड्रोन से हमला किया था।
कनाडा का भारत से क्यों पंगा
भारत घोषित आतंकवादी खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की पिछले हत्या हो गई थी। निज्जर को गुरुद्वारे की पार्किंग में उसके ट्रक में गोली मार दी गई थी। कनाडा की सुरक्षा एजेंसियो की शुरुआती जांच के मुताबिक, निज्जर पर कई हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलिया बरसाई थी। इस घटना के बाद कनाडा ने भारत पर निज्जर की हत्या का आरोप लगाया था। इसी के बाद भारत और कनाडा के संबंधों में तल्खियां बढ़ गई थी।