शेख हसीना
ढाका: बांग्लादेश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ ट्रिब्यूनल में चार्जशीट दायर की है। इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT-BD) आज यानी रविवार को शेख हसीना के खिलाफ लगे आरोपों पर सुनवाई कर रहा है। कहा जा रहा है कि ट्रिब्यूनल शेख हसीना को मौत की सजा तक दे सकती है।
शेख हसीना के खिलाफ होने वाली इस सुनवाई को बांग्लादेश में लाइव टेलीकास्ट भी किया जाएगा। बांग्लादेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है। इसमें बांग्लादेश के पूर्व गृह मंत्री असदुज्जमां खान कमाल और पूर्व आईजीपी चौधरी मामून को भी सह-आरोपी बनाया गया है।
इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल ने अपने आरोपों में शेख हसीना को जुलाई और अगस्त में देश भर में हुए सामूहिक हत्याकांडों के लिए मुख्य आरोपी बनाया है। रविवार को मुकदमा दाखिल करने के दौरान मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम और अन्य अभियोजक मौजूद रहे। मुकदमा दायर होने से पहले 12 मई को एक जांच रिपोर्ट पेश की गई थी जिसमें कहा गया कि हत्याओं का आदेश शेख हसीना ने ही दिया था।
मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम ने बताया कि हसीना पर कम से कम पांच आरोप लगाए गए हैं। इनमें जुलाई के विद्रोह के दौरान सामूहिक हत्या को रोकने में नाकामी, लोगों को उकसाना, मिलीभगत और षड्यंत्र रचना जैसे आरोप शामिल हैं। रिपोर्ट में वीडियो फुटेज, ऑडियो क्लिप, हसीना की फोन पर बातचीत, हेलीकॉप्टर और ड्रोन की गतिविधियों के रिकॉर्ड के साथ-साथ पीड़ितों के बयान शामिल हैं। हालांकि शेख हसीना ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना पर रविवार को जिस आईसीटी कोर्ट में मुकदमा चलाया जाएगा उसकी स्थापना खुद उन्होंने ही साल 2009 में की थी। शेख हसीना ने तब इस कोर्ट की स्थापना 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पाकिस्तानी सेना की ओर से किए गए अपराधों की जांच के लिए की थी।
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आईसीटी कोर्ट ने हसीना सरकार से जुड़ा अपना पहला मुकदमा 25 मई को शुरू किया था। इस मामले में आठ पुलिस अधिकारियों पर 5 अगस्त को छह प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए मानवता के खिलाफ अपराध के आरोप हैं।