जाकिर नाइक (सोर्स- सोशल मीडिया)
Zakir Naik Bangladesh Visit: भारत से फरार इस्लामी धर्मगुरु जाकिर नाइक को लेकर बांग्लादेश ने एक बड़ा कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, नाइक अगले महीने 28 नवंबर से 20 दिसंबर 2025 तक बांग्लादेश का दौरा करेगा। इस दौरान वह कई धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने वाला है। बताया जा रहा है कि इस यात्रा का न्योता बांग्लादेश की अंतरिम सरकार की ओर से खुद दिया गया है।
जाकिर नाइक वही व्यक्ति है, जिस पर 2016 में बांग्लादेश की राजधानी ढाका के होली आर्टिसन बेकरी आतंकी हमले में भूमिका निभाने का आरोप लगा था। इस हमले में एक भारतीय नागरिक, 9 इतालवी, सात जापानी, एक अमेरिकी समेत कुल 20 लोगों की मौत हुई थी। जांच के दौरान यह सामने आया था कि हमलावरों में से दो नाइक के कट्टर अनुयायी थे और सोशल मीडिया पर उसे फॉलो करते थे। इसी कारण तत्कालीन शेख हसीना सरकार ने उसके बांग्लादेश आने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
जानकारी के मुताबिक, अंतरिम सरकार और इसके मुखिया मोहम्मद यूनुस आंतकी जाकिर नाइक की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित हैं। कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं ने जानतकारी दी कि उन्हें सरकार से यात्रा की औपचारिक अनुमति मिल चुकी है और प्रशासनिक स्तर पर भी पूरा सहयोग दिया जा रहा है। हालांकि, यह आशंका जताई जा रही है कि नाइक अपने पूर्व के विवादित बयानों की तरह इस बार भी “धार्मिक एकता” के नाम पर कट्टर विचारधारा को बढ़ावा देने की कोशिश कर सकते हैं।
भारत के लिए यह फैसला गंभीर चिंता का विषय है, क्योंकि जाकिर नाइक देश का वांछित अपराधी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है। नाइक पर आतंकवाद के लिए धन मुहैया कराने और धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने जैसे गंभीर आरोप हैं। वह 2016 से भारत से फरार है और वर्तमान में मलेशिया में रह रहा है। भारत सरकार ने कई बार मलेशिया से उसके प्रत्यर्पण की मांग की है, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं निकला है।
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इससे पहले, जाकिर नाइक फरवरी 2025 में पाकिस्तान की यात्रा पर गया था, जहां उसे सरकारी संरक्षण मिला था। अब बांग्लादेश द्वारा दिया गया यह आमंत्रण भारत के खिलाफ एक राजनीतिक संकेत माना जा रहा है, क्योंकि जिस व्यक्ति को भारत आतंकवाद से जुड़ा मानता है, उसे पड़ोसी देश में मंच प्रदान किया जा रहा है।