मुंबई एयरपोर्ट पर कैब ड्राइवर और सुरक्षाकर्मियों के बीच मारपीट (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अचानक अफरा-तफरी मच गई। पार्किंग को लेकर मामूली कहासुनी ने हिंसक रूप ले लिया। ड्राइवर और सुरक्षा गार्ड के बीच देखते ही देखते हाथापाई शुरू हो गई। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह विवाद पार्किंग स्लॉट को लेकर हुआ। पहले दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस हुई और फिर बात हाथापाई तक पहुंच गई। कुछ ही मिनटों में हवाईअड्डे का माहौल तनावपूर्ण हो गया और वहां मौजूद यात्री भी घबरा गए।
घटना की सूचना मिलते ही सहार पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को काबू में किया। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर मारपीट में शामिल ड्राइवर और सुरक्षाकर्मियों को हिरासत में ले लिया है। अभी मामले की जांच जारी है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि एयरपोर्ट पर कई टैक्सियां खड़ी हैं। इसी दौरान क्रिस्टल सिक्योरिटी स्टाफ और कई ड्राइवरों के बीच पार्किंग को लेकर बहस हो गई। जिसके बाद क्रिस्टल सिक्योरिटी स्टाफ और ड्राइवरों ने एक-दूसरे की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान एक ड्राइवर के कपड़े तक फट गए।
मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पार्किंग को लेकर क्रिस्टल सिक्योरिटी स्टाफ और ड्राइवरों के बीच झड़प!
मौके पर मौजूद CISF जवानों ने मामले को सुलझाने की कोशिश की!
ऐसा क्यों हुआ इसके लिए पुलिस मामले की जांच कर रही है।#MumbaiAirport
— अभिषेक ‘अजनबी’ ✍🏻 (@abhishekAZNABI) June 4, 2025
मुंबई एयरपोर्ट पर यह पहली बार नहीं है जब ड्राइवरों और सुरक्षा गार्डों के बीच विवाद हुआ हो। यात्रियों को उतारने या चढ़ाने के दौरान अक्सर ड्राइवरों को सुरक्षाकर्मियों से भिड़ते देखा गया है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था और प्रबंधन पर फिर सवाल उठ रहे हैं।
हाल ही में मुंबई एयरपोर्ट पर अधिकारी एक यात्री के बैग में 48 सांप देखकर चौंक गए थे। सुरक्षा जांच के दौरान इनका पता चला, जिससे एयरपोर्ट पर वन्यजीवों की तस्करी पर सवाल उठने लगे।
इससे पहले पिछले साल अगस्त में मुंबई एयरपोर्ट पर लोडर पदों के लिए आयोजित भर्ती अभियान के दौरान भारी भीड़ जमा हो गई थी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। इस घटना में कई लोग घायल हो गए थे और एयरपोर्ट की भीड़ प्रबंधन प्रणाली पर सवाल उठे थे।
अक्टूबर 2021 में मुंबई एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क को लेकर यात्रियों और प्रबंधन के बीच विवाद हुआ था। उस समय यात्रियों ने लंबी कतारों और अव्यवस्थित भीड़ प्रबंधन के लिए एयरपोर्ट प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया था।