वायरल वीडियो स्क्रीनशॉट। (सोर्स - सोशल मीडिया)
Fact Check : सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी वायरल हो रहा है, जिसमें पुलिस और सुरक्षाकर्मी दो लोगों को जमीन पर गिराकर गिरफ्तार करते दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो मुंबई के अंधेरी पश्चिम स्थित लोखंडवाला कॉम्प्लेक्स का है, जहां से दो आतंकवादियों को पकड़ा गया है।
वीडियो देखकर कई लोग घबरा गए और इलाके में दहशत फैल गई। लेकिन पड़ताल में पता चला कि यह दावा पूरी तरह फर्जी है। वीडियो किसी असली आतंकी गिरफ्तारी का नहीं, बल्कि मुंबई पुलिस की मॉक ड्रिल का है, जिसे सुरक्षा तैयारियों की जाँच के लिए किया गया था।
जब वीडियो का कीवर्ड सर्च किया तो इसमें दिखाई दे रहे सीन फ्री प्रेस जर्नल की 16 नवंबर 2025 की एक रिपोर्ट में भी मिले। रिपोर्ट के मुताबिक यह ड्रिल ओशिवारा थाना पुलिस द्वारा की गई थी। यह ड्रिल लाल किले के पास हुए धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था की तत्परता को परखने के लिए की गई थी।
न्यूज वेबसाइट पर मौजूद खबर का स्क्रीनशॉट।
उस धमाके में 14 लोगों की जान गई थी। इसके बाद देशभर में पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया था और अलग-अलग जगहों पर टेस्ट ड्रिल की गईं। वीडियो उसी रूटीन ड्रिल का हिस्सा था, जिसका गलत दावा सोशल मीडिया पर फैल गया।
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पुलिस ने भी बताया कि “यह किसी आतंकी की गिरफ्तारी नहीं, बल्कि मॉक ड्रिल थी। इसे रिकॉर्ड कर प्रशिक्षण के उद्देश्य से किया गया था।” वहीं, एक सोशल मीडिया यूजर ने चैटबॉट Grok से पूछताछ करने पर AI ने भी गलत जानकारी दे दी और कहा कि यह गिरफ्तारी असली थी।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे बिना जांच किए ऐसे वीडियो पर यक़ीन न करें, क्योंकि इससे बेवजह डर फैलता है और कानून-व्यवस्था प्रभावित होती है। साफ है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है।