अनिरुद्धाचार्य महाराज एक धार्मिक गुरू होने के साथ ही एक कथावाचक भी हैं। उनकी कथा में लाखों भक्त आते हैं और घर बैठे भी उनका प्रर्वचन सुनते हैं। लेकिन जबलपुर के एक शख्स को अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा में जाना काफी महंगा पड़ गया। सिहोर में कथावाचक के सामने खड़े होकर जबलपुर के रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी का महाराज से प्रश्न करना उनकी जान का दुश्मन बन गया। उनकी रील इंटरनेट पर प्रसारित होने के बाद गोरखपुर की साहिबा बानो ने उनके मर्डर की पूरी प्लानिंग कर ली। दरअसल इंद्रेश ने महाराज के साथ होने वाले प्रश्न उत्तर सत्र में शादी की इच्छा जतायी थी और साथ ही अपनी संपत्ति के बारे में खुलकर कहा था। जिसके बाद कुशीनगर में रहने वाली साहिबा बानो ने खुशी नाम बताकर ना सिर्फ उनसे शादी की बल्कि इंद्रकुमार को मौत के घाट भी उतार दिया।
अनिरुद्धाचार्य महाराज एक धार्मिक गुरू होने के साथ ही एक कथावाचक भी हैं। उनकी कथा में लाखों भक्त आते हैं और घर बैठे भी उनका प्रर्वचन सुनते हैं। लेकिन जबलपुर के एक शख्स को अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा में जाना काफी महंगा पड़ गया। सिहोर में कथावाचक के सामने खड़े होकर जबलपुर के रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी का महाराज से प्रश्न करना उनकी जान का दुश्मन बन गया। उनकी रील इंटरनेट पर प्रसारित होने के बाद गोरखपुर की साहिबा बानो ने उनके मर्डर की पूरी प्लानिंग कर ली। दरअसल इंद्रेश ने महाराज के साथ होने वाले प्रश्न उत्तर सत्र में शादी की इच्छा जतायी थी और साथ ही अपनी संपत्ति के बारे में खुलकर कहा था। जिसके बाद कुशीनगर में रहने वाली साहिबा बानो ने खुशी नाम बताकर ना सिर्फ उनसे शादी की बल्कि इंद्रकुमार को मौत के घाट भी उतार दिया।