पुष्कर सिंह धामी
देहरादून: पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूत किया था। भारतीय सशस्त्र बलों के इसी पराक्रम की कहानी को अब उत्तराखंड के मान्यता प्राप्त मदरसों में पढ़ाया जाएगा। उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मंगलवार को बड़ा फैसला लेते हुए इसका ऐलान किया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यह फैसला मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष शगुन काजमी से बातचीत के बाद लिया। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड ने तय किया है कि प्रदेश के सभी मदरसों में ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पढ़ाया जाएगा, ताकि छात्र-छात्राएं देश की सेना के पराक्रम और बलिदान को समझ सकें।
इससे पहले उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के प्रमुख मुफ्ती शमून कासमी ने नई दिल्ली में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। जहां उन्होंने रक्षा मंत्री सिंह को इस फैसले की जानकारी दी। कासमी ने कहा कि उत्तराखंड वीरों की भूमि है और यहां के बच्चे भी देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत हैं। हम चाहते हैं कि मदरसे के बच्चे भी सेना के साहस और बलिदान की कहानियों से प्रेरणा लें। ऑपरेशन सिंदूर ऐसी ही एक मिसाल है।
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड में कुल 451 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, जिनमें लगभग 50,000 छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते हैं। इन सभी संस्थानों में आने वाले वक्त में ऑपरेशन सिंदूर से संबंधित एक अध्याय नए पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। इसके लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने खुशी जताई। उन्होंने इसे एक सराहनीय कदम बताया।
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मुफ्ती शमून कासमी ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए एक विशेष पाठ्यक्रम समिति का गठन किया जाएगा। समिति में शिक्षाविद, सैन्य इतिहासकार और मदरसा शिक्षा विशेषज्ञों को शामिल किया जाएगा। समिति तय करेगी कि किस कक्षा में, किस प्रकार से और कितनी गहराई तक यह विषय पढ़ाया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय राजनीतिक नहीं बल्कि शैक्षणिक और राष्ट्रवादी भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा बच्चों को सिर्फ धार्मिक शिक्षा नहीं, बल्कि देश के इतिहास, संस्कृति और समर्पण की भावना से भी अवगत कराना जरूरी है।