
धरने पर बैठी उन्नाव रेप पीड़िता, फोटो- सोशल मीडिया
Unnao Rape Case: उन्नाव रेप कांड की पीड़िता ने पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की जमानत के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने का निर्णय लिया है। दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा मिली राहत से नाखुश पीड़िता ने न केवल अदालती फैसले पर सवाल उठाए, बल्कि जेल से चल रहे प्रभाव और पुलिस की बर्बरता का भी खुलासा किया है।
उन्नाव रेप पीड़िता ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस फैसले पर कड़ा असंतोष जताया है, जिसमें मंगलवार को पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत दी गई और उसकी उम्रकैद की सजा पर रोक लगा दी गई। पीड़िता ने कहा कि वह इस फैसले से इतनी आहत थीं कि उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में भी सोचा, लेकिन परिवार और न्याय की खातिर उन्होंने संघर्ष जारी रखने का फैसला किया।
हाईकोर्ट के फैसले की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए पीड़िता ने कहा कि सेंगर को उस समय जमानत दी गई है, जब अदालतों में एक हफ्ते की छुट्टियां होने वाली हैं। पीड़िता ने तुलना करते हुए कहा कि उनके चाचा, जिन्होंने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया, उन्हें पेरोल तक नहीं मिल रही, जबकि हत्या और बलात्कार के दोषी को राहत दी जा रही है।
पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाया कि कुलदीप सेंगर जेल के अंदर से ही पुलिस प्रशासन को नियंत्रित कर रहा है। उनके अनुसार, सेंगर के इशारों पर ही गवाह वीरेंद्र यादव पर गुंडा एक्ट लगवाया गया और उन्हें 50 दिनों तक जेल में प्रताड़ित किया गया। इसके अलावा, पीड़िता ने यह दावा कर सनसनी फैला दी कि बृजभूषण शरण सिंह इस पूरे मामले में कुलदीप सेंगर का पूरा सहयोग कर रहे हैं। पीड़िता को पूरा भरोसा है कि सुप्रीम कोर्ट उन्हें निराश नहीं करेगा, और यदि वहां से न्याय नहीं मिला, तो वह जनता की अदालत में अपनी बात रखेंगी।
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दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के विरोध में जब पीड़िता और सोशल एक्टिविस्ट योगिता भयाना इंडिया गेट पर धरना देने पहुंचे, तो उन्हें पुलिसिया कार्रवाई का सामना करना पड़ा। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उनके पूरे शरीर में 250 टांके लगे होने के बावजूद पुलिस ने उन्हें गलत तरीके से उठाया और बस में फेंक दिया। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर सेंगर के प्रभाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें विरोध करने के संवैधानिक अधिकार से भी वंचित किया जा रहा है। फिलहाल, पीड़िता अपनी कानूनी टीम के साथ मिलकर सर्वोच्च न्यायालय में इस जमानत को रद्द करने की याचिका दायर करने की तैयारी कर रही हैं।






