नीट यूजी में खराब अंक आने पर छात्र ने किया सुसाइड
लखनऊ: देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा NEET UG 2025 का परिणाम घोषित हो गया है। इसमें काफी सारे बच्चे सफल हुए तो कुछ का सपना भी टूटा है। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज के एक छात्र ने भी नीट यूजी की परीक्षा दी थी लेकिन उसका स्कोर अपेक्षा से काफी कम आया। अपने स्कोर को लेकर वह इस कदर निराश हो गया गया कि उसने ऐसा आत्मघाती कदम उठा लिया जिसकी परिवार ने कल्पना भी नहीं की थी। छात्र ने घर में फंदे से लटककर अपनी जान दे दी।
महराजगंज जिले में कथित तौर पर राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट यूजी 2025) में उम्मीद से कम अंक मिलने पर छात्र के आत्महत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। शनिवार रात सदर कोतवाली थाना क्षेत्र में छात्र शाकिब सैफ (22) का शव उसके कमरे में हुक से बंधे फंदे से लटका मिला। गोरखपुर जिले का मूल निवासी सैफ मेडिकल की पढ़ाई के लिए महराजगंज में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को नीट यूजी का परिणाम घोषित होने के बाद से सैफ काफी दुखी थी। नीट यूजी के परिणाम में उसे अखिल भारतीय रैंक 9561 मिली थी जिससे वह निराश था। परिवार और साथियों से मिली जानकारी के आधार पर अंदेशा जताया जा रहा है कि उम्मीद से कम अंक मिलने के कारण उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है। थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार राय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
शाकिब सैफ के पिता सैफुद दोजा मदरसे में शिक्षक हैं। उसकी मां चौपरिया स्थित एक कंपोजिट विद्यालय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत है। शाकिब तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। वह बचपन से ही पढ़ने में काफी होशियार था। उसे उम्मीद भी कि वह नीट यूजी में अच्छे अंक हासिल करेगा लेकिन उसे अपेक्षा से काफी कम अंक प्राप्त हुए जिससे वह दुखी था।
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शाकिब शनिवार को रिजल्ट घोषित होने के बाद अपने मार्क्स देखने के बाद अपने कमरे में चला गया और दरवाजा बंद कर लिया। काफी देर तक वह बाहर नहीं आया तो घरवालों को चिंता हुई। कई आवाज देने पर भी वह बाहर नहीं आया तो दरवाजा तोड़कर लोग अंदर गए तो नहीं खुला तो दरवाजा तोड़कर लोग अंदर गए तो उसे फंदे से लटका हुआ पाया गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।