श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ पर धार्मिक समारोह अगले साल 11 जनवरी को मनाया जाएगा। इस बार 3 दिवसीय भव्य कार्यक्रम होगा। आपको याद होगा कि अयोध्या में राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह इस साल 22 जनवरी को हुआ था। इस दिन पौष शुक्लपक्ष द्वादशी का दिन है। हर साल पौष शुक्लपक्ष द्वादशी को प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम से पुकारा करेंगे। राय ने कहा कि समारोह की तारीख हिंदू परंपराओं के अनुसार तय की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य मंदिर के साथ-साथ राम मंदिर परिसर में अठारह नए मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें दशावतार, शेषावतार, निषादराज, शबरी, अहिल्या और संत तुलसीदास को समर्पित मंदिर शामिल हैं।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बृहस्पतिवार को कहा कि राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की पहली वर्षगांठ पर धार्मिक समारोह अगले साल 11 जनवरी को मनाया जाएगा। इस बार 3 दिवसीय भव्य कार्यक्रम होगा। आपको याद होगा कि अयोध्या में राम मंदिर का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह इस साल 22 जनवरी को हुआ था। इस दिन पौष शुक्लपक्ष द्वादशी का दिन है। हर साल पौष शुक्लपक्ष द्वादशी को प्रतिष्ठा द्वादशी के नाम से पुकारा करेंगे। राय ने कहा कि समारोह की तारीख हिंदू परंपराओं के अनुसार तय की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य मंदिर के साथ-साथ राम मंदिर परिसर में अठारह नए मंदिरों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें दशावतार, शेषावतार, निषादराज, शबरी, अहिल्या और संत तुलसीदास को समर्पित मंदिर शामिल हैं।