यूपी में फाजिलनगर का नाम बदलकर पावा नगरी हुआ (सीएम योगी फोटो सोशल मीडिया)
Fazilnagar Renamed Pawa Nagari: उत्तर प्रदेश में एक बार फिर इतिहास करवट ले रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक ऐसी घोषणा की है जिसने राज्य के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पन्नों को फिर से पलट दिया है। कुशीनगर जिले के फाजिलनगर की पहचान अब हमेशा के लिए बदलने वाली है। सरकार ने इस जगह को उसका प्राचीन गौरव वापस दिलाने का बड़ा फैसला किया है। यह खबर न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि इतिहास और धर्म में रुचि रखने वालों के लिए भी बेहद खास है। आइए जानते हैं क्या है यह बड़ा बदलाव और इसका महत्व।
उत्तर प्रदेश सरकार ऐतिहासिक स्थलों को पुनर्स्थापित करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रही है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की है कि फाजिलनगर का नाम बदलकर अब ‘पावा नगरी’ किया जाएगा। यह निर्णय भगवान महावीर के जीवन से जुड़े इस स्थान के धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए लिया गया है। सरकार का कहना है कि इस परिवर्तन से इस प्राचीन स्थान की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को नई मजबूती मिलेगी और लोग इसके वास्तविक महत्व से परिचित हो सकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात पर विशेष जोर दिया कि भले ही भगवान महावीर का जन्म बिहार के वैशाली में हुआ था, लेकिन उनका महापरिनिर्वाण स्थल उत्तर प्रदेश के फाजिलनगर में ही स्थित है। प्राचीन ग्रंथों में इस जगह को पावागढ़ के रूप में वर्णित किया गया है। इतिहास और जैन परंपरा में इसका अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होने के बावजूद, आधुनिक समय में यह नाम अपनी असली पहचान खोता जा रहा था। इसी कारण सरकार ने इस ऐतिहासिक स्थान को उसकी प्राचीन विरासत से दोबारा जोड़ने का फैसला किया है। यह कदम हमारी संस्कृति को संजोने का एक प्रयास है।
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सीएम योगी ने बताया कि पावा नगरी का नाम जैन धर्म के अनुयायियों के बीच लंबे समय से प्रचलन में रहा है और अब इसे आधिकारिक रूप देने की तैयारी है। सरकार इसे धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है। उनका कहना है कि नाम परिवर्तन के बाद यहां से जुड़े धार्मिक स्थलों के संरक्षण, विकास और पर्यटन सुविधाओं को विस्तार देने पर विशेष जोर दिया जाएगा। सरकार का मानना है कि इससे न केवल जैन समुदाय की आस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि फाजिलनगर अब प्रस्तावित पावा नगरी के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान बनाएगा। नाम बदलने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है और जल्द ही सभी प्रशासनिक औपचारिकताएं पूरी कर ली जाएंगी।