लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) ने प्रधानों और ग्राम्य विकास से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों का आह्वान किया है कि वह गांवों के विकास का नया मॉडल (New Model) तैयार करें। मौर्य ने कहा कि ग्राम पंचायतों (Gram Panchayats) में बड़ी संख्या में अनुभवी और प्रतिभावान जनप्रतिनिधि हैं, उनकी प्रतिभा का उपयोग गांवों के विकास में होना चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि उनके साथ खुला संवाद हो। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अनुभवी और टैलेंटेड प्रधानों की रचनात्मक ऊर्जा का उपयोग गांवों के विकास में किया जाए और गांवों की श्रमशक्ति की महत्ता और महत्व को समझते हुए उसका सही उपयोग किया जाए। केशव प्रसाद मौर्य ने पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान अलीगंज में मनरेगा से सम्बन्ध में आयोजित चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन मास्टर ट्रेनर्स को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कि युवा शक्ति, मातृशक्ति और श्रमशक्ति मिलकर देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं। कर्मचारी और प्रधान मिलकर इन तीनों शक्तियों का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि मनरेगा गरीबों के जीवन में परिवर्तन लाने की महत्वपूर्ण योजना है। अपने प्रेरक उद्बोधन में मौर्य ने कार्मिकों और प्रधानों में नई ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि आप लोग गांवों के विकास का संकल्प लेकर जाएं और समर्पित भाव से कार्य करें। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा फर्जी जाब कार्डो से उत्तर प्रदेश को हर हाल में मुक्त कराना है। बिना काम किए पैसा लेने का मतलब अपनी स्वयं की सामर्थ्य को खोखला करने आदत विकसित करने जैसा है। प्रण कर लें कि हमें श्रमशक्ति में खोखलापन नहीं आने देना है। गांवों में समस्याओं के समाधान की चर्चा स्वभावत: होनी चाहिए।
आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन की चर्चा करते हुए मौर्य ने कहा कि हम सबको आत्मनिर्भर गांव सभा बनाने का बीड़ा उठाना चाहिए। गांवो में स्किल डेवलपमेंट होना चाहिए और इस दिशा में सरकार लगातार कार्य कर रही है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में सरकार द्वारा उठाए जा रहे क्रान्तिकारी कदमों की चर्चा करते हुए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से जहां महिलाओं की आमदनी में इजाफा हुआ है, वहीं उनके आत्मविश्वास में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
मा0 प्रधानमंत्री जी ने कहा था ना मैं खाऊंगा ना खाने दूंगा और जिसने भी खाया है उसको भी वसूल करके सरकारी खजाने में पहुंचा करके गरीब कल्याण की योजना बना करके उसे भी गरीबों में समर्पित करने का काम करूंगा। pic.twitter.com/zt2485gCyD
— Keshav Prasad Maurya (मोदी का परिवार) (@kpmaurya1) October 18, 2022
मौर्य ने कहा कि गांवों में हर घर नल योजना पर पैनी नजर रखें, पाइपलाइन जमीन मे 1 मीटर से नीचे पड़नी चाहिए। पाइपलाइन डालने में जो सड़क खोदी जाती है, पाइपलाइन की टेस्टिंग के तुरंत बाद सड़क की मरम्मत हो जानी चाहिए। अमृत सरोवरों के पास की सरकारी जमीन पर वृक्षारोपण कराया जाए। गांवों में जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाए।
ग्राम्य विकास आयुक्त जी. एस. प्रियदर्शी ने कहा कि उप मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन से ग्राम्य विकास विभाग उत्साहित है। मनरेगा से अमृत सरोवरों के निर्माण में उत्तर प्रदेश देश में न केवल शीर्ष पर है, बल्कि 15 अगस्त तक देश कुल निर्मित अमृत सरोवरों में से 40 प्रतिशत उत्तर प्रदेश ने बना लिए थे। मनरेगा में मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत उत्तर प्रदेश में सभी ग्राम पंचायतों में शत प्रतिशत वाट्सअप ग्रुप बनाए जा चुके हैं। मनरेगा में उत्तर प्रदेश में महिलाओं की भागीदारी इस वर्ष सबसे ज्यादा है। अपर आयुक्त मनरेगा योगेश कुमार ने मनरेगा के सम्बन्ध में विभिन्न व्यावहारिक और तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।