सीएम योगी का माफिया को कड़ा संदेश (फोटो- IANS)
CM Yogi on UP Law and Order: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान अपने तेवरों से फिर बता दिया कि यूपी पूरी तरह बदल चुका है। उन्होंने साफ कर दिया कि अब प्रदेश में माफिया राज और गुंडागर्दी के लिए कोई जगह नहीं बची है। साल 2027 के पड़ाव से पहले उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि अपराध और अराजकता अब इतिहास बन चुके हैं। सीएम योगी का यह अंदाज बता रहा है कि वे सुरक्षा और विकास को लेकर कितने गंभीर हैं। उनके इस बयान ने यह साबित कर दिया है कि यूपी अब अपराधियों के खौफ से नहीं, बल्कि कानून के राज से चलता है।
मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा कि जो लोग व्यवस्था और धरती पर बोझ बन गए हैं, उन्हें मुक्ति दिलाने का काम सरकार और पुलिस कर रही है। यह उनकी जीरो टॉलरेंस नीति का हिस्सा है जो सिर्फ कागजों में नहीं, बल्कि जमीन पर दिखाई देती है। योगी आदित्यनाथ का कहना है कि न्याय सिर्फ होना ही नहीं चाहिए, बल्कि जनता को होता हुआ दिखना भी चाहिए। इसीलिए बरसों से लटकी न्यायिक प्रक्रिया अब तय समय में फैसले दे रही है। यह नीति अपराधियों के दिलों में दहशत और आम जनता के भीतर भरोसे का प्रतीक बन गई है।
कभी जिस उत्तर प्रदेश की पहचान माफियाओं के डर से होती थी, आज वहां हर जिले में मेडिकल कॉलेज और नए उत्पाद बन रहे हैं। सीएम योगी ने कई बार कहा है कि माफिया जिस भाषा में समझते थे, उन्हें उसी भाषा में जवाब दिया गया। जो जनता के खिलाफ खड़े हुए, उन्हें मिट्टी में मिलाने का काम किया गया। यह केवल चेतावनी नहीं थी, बल्कि इसे सच करके दिखाया गया। सरकार ने माफियाओं के कब्जे से हजारों करोड़ की अवैध जमीन खाली कराई है। जिन जमीनों पर कभी अपराधियों का अंधेरा था, वहां आज गरीबों के लिए पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में फंसे लाखों खरीदारों को उनके घर दिलाकर सरकार ने यह साबित कर दिया है कि विकास का असली मतलब लोगों को न्याय दिलाना और उनका भरोसा जीतना है।
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सीएम योगी ने सख्त लहजे में चेतावनी दी है कि अगर किसी ने बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया, तो उसका अंजाम चौराहे पर ही तय किया जाएगा। मिशन शक्ति के जरिए आज प्रदेश की बेटियां निडर होकर आगे बढ़ रही हैं और पुलिस में महिलाओं की भागीदारी 44 हजार तक पहुंच गई है। वहीं विकास की रफ्तार देखें तो 2017 में जहां सिर्फ डेढ़ एक्सप्रेसवे था, आज देश का 55 प्रतिशत एक्सप्रेसवे नेटवर्क अकेले यूपी में है। 2 एयरपोर्ट से बढ़कर अब 16 एयरपोर्ट काम कर रहे हैं। मेट्रो, बिजली, पानी और सुरक्षित माहौल ने प्रदेश की तस्वीर बदल दी है। यह बदलाव बताता है कि यूपी अब डर के साये से निकलकर आत्मविश्वास के साथ तरक्की के रास्ते पर दौड़ रहा है और देश का ग्रोथ इंजन बन गया है।