ओवरलोड ट्रक छुड़ाने को लेकर गरमाया मामला
बांदा जिले में रविवार रात एक विवाद ने प्रशासन और जनप्रतिनिधि के रिश्ते को सीधे टकराव में ला दिया। सदर से भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी दो ओवरलोड मौरंग ट्रकों को छुड़ाने के लिए पहुंचे थे, जिन्हें एसडीएम नरैनी अमित शुक्ला ने सीज किया था। विवाद इतना बढ़ा कि विधायक और उनके समर्थकों पर एसडीएम के साथ हाथापाई और थप्पड़ मारने तक के आरोप लग गए। इस घटना ने जिले की राजनीति में हलचल मचा दी है।
प्रशासन का दावा है कि एसडीएम की मौजूदगी में विधायक पक्ष के लोगों ने धक्का-मुक्की की और वाहन पलटाने की कोशिश की। एसडीएम के ड्राइवर की तहरीर पर चार नामजद समेत 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ गिरवां थाने में गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वहीं विधायक ने खुद को निर्दोष बताते हुए उल्टा प्रशासन पर ही सवाल खड़े किए हैं।
रात में काफिले के साथ पहुंचे विधायक
यह विवाद तब शुरू हुआ जब एसडीएम अमित शुक्ला और सीओ नरैनी ने बिना कागज के मौरंग ले जा रहे दो ट्रकों को जब्त कर खुरहंड पुलिस चौकी में खड़ा कराया। इसकी जानकारी मिलने पर विधायक प्रकाश द्विवेदी ने एसडीएम को फोन किया, लेकिन फोन न उठने पर वे अपने समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। वहां विधायक और एसडीएम के बीच तीखी बहस हुई और आरोप है कि विधायक के साथियों ने एसडीएम को थप्पड़ मार दिया।
पुलिस चौकी में भी हंगामा, FIR दर्ज
विवाद यहीं नहीं रुका। विधायक अपने समर्थकों के साथ खुरहंड पुलिस चौकी पहुंचे और ट्रक छोड़ने की मांग की। वहां तैनात पुलिसकर्मियों से उनकी तीखी झड़प हुई। एसडीएम के वाहन चालक कामता प्रसाद मिश्रा की ओर से दर्ज एफआईआर में कहा गया कि आरोपी लोगों ने गाड़ी पलटाने की कोशिश की और उन्हें सिर में जैक रॉड से मारा गया। हालांकि, रिपोर्ट में विधायक का नाम नहीं जोड़ा गया है।
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वहीं विधायक द्विवेदी ने कहा, “मैंने 10 बार एसडीएम को फोन किया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। जब चौकी पहुंचा तो पुलिस नशे में थी और अभद्रता कर रही थी। मैंने कोई अभद्रता नहीं की।” उन्होंने जिलाधिकारी जे. रीभा को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है।