अखिलेश यादव, फोटो: सोशल मीडिया
लखनऊ: कांवड़ यात्रा में हुई हिंसा पर राजनीति तेज हो गई है। एक तरफ विपक्ष ने इसे सरकार की नाकामी बताया है तो वहीं सत्ता में काबिज भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर इसका आरोप मढ़ दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा-एनडीए सरकार ने अब तक 20 बजट पारित किए हैं। अगर उन्होंने एक कॉरिडोर के लिए पर्याप्त बजट पारित किया होता तो बार-बार होने वाले व्यवधान, हंगामे और लोगों पर हमलों की जो खबरें आ रही हैं उनसे बचा जा सकता था। अखिलेश ने आरोप लगाए कि भाजपा अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए दूसरी पार्टियों पर आरोप लगा रही है।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जो सपा को दंगाई कह रहे हैं वो खुद इस तरह के कारनामों में लिप्त पाए जाते हैं। जो लोग इस तरह की बात कह रहे हैं उनका ही इतिहास दंगा-फसाद कराने का रहा है। ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं इसका जवाब सीएम योगी आदित्यनाथ ही दे सकते हैं। यूपी सरकार कांवड़ यात्रा का प्रबंधन करने में नाकाम साबित हुई है।
हाल ही में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए। पाठक ने कहा कि कांवड़ियों के बीच घुसपैठ कर अराजकता फैलाई जा रही है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ सपाई कांवड़ियों के भेष में घुस कर कांवड़ यात्रा को बदनाम कर रहे हैं। जो भी भोले बाबा के सच्चे भक्त हैं वे तो शांति से यात्रा कर रहे हैं। कुछ अराजक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है।
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डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार कानून व्यवस्था को लेकर बेहद सख्त है। जो भी समाज विरोधी, राष्ट्र विरोधी या महिला विरोधी गतिविधियों में शामिल पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जो भी जांच में दोषी पाया जाएगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा, ‘सरकार कानून व्यवस्था के उल्लंघन को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह अलर्ट है और सभी अराजक तत्वों की पहचान कर उन पर नजर रखी जा रही है।’
आईएएनएस इनपुट के साथ