यूपी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व सपा नेता डिंपल यादव (फोटो- सोशल मीडिया)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर सपा और भाजपा के बीच बहस छिड़ी हुई है। यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के खिलाफ सपा मीडिया सेल के आधिकारिक X अकाउंट से की गई अभद्र टिप्पणी ने विवाद को हवा दे दी है। इस मामले में लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है, जिसकी शिकायत भाजपा नेताओं ने की थी। टिप्पणी को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला और उन्होंने सपा प्रमुख के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए माफी व कानूनी कार्रवाई की मांग की है। सोशल मीडिया पर राजनीतिक मर्यादाओं की बहस फिर तेज हो गई है।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया के जरिए सपा पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने पूछा कि क्या यही समाजवादी पार्टी की भाषा और सोच है? उन्होंने पोस्ट में यह प्रश्न उठाया कि किसी के दिवंगत माता-पिता पर ऐसे शब्द प्रयोग क्या एक राजनीतिक दल के लिए शोभा देता है? उन्होंने डिंपल यादव से सवाल किया कि क्या वे भी इस सोच का समर्थन करती हैं।
अखिलेश जी, ये आपकी पार्टी की भाषा है?
ये आपकी पार्टी का आफिशियल हैंडल है!!
किसी के दिवंगत माता-पिता के लिए शब्दों का ये चयन है?
लोकतंत्र में सहमति-असहमति-आरोप-प्रत्यारोप सब चलते आए हैं और चलते रहेंगे पर आप अपनी पार्टी को इस स्तर पर ले आएँगे?क्या आदरणीया डिंपल जी इस स्त्री… pic.twitter.com/kpdVzRxOHS
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 17, 2025
एफआईआर से गरमाई सियासत
भाजपा नेताओं ने इस टिप्पणी को न केवल आपत्तिजनक बताया बल्कि इसे समाज में भ्रम और असंतोष फैलाने वाला भी करार दिया। उनका कहना है कि राजनीतिक मतभेद तो हो सकते हैं लेकिन व्यक्तिगत टिप्पणियां और परिजनों के लिए असम्मानजनक भाषा निंदनीय है। लखनऊ में भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर सपा प्रमुख के पुतले जलाए और तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की।
भाजपा प्रवक्ताओं का सख्त रुख
इस पूरे मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रवक्ताओं ने सपा मीडिया सेल की भाषा को बेहद अशोभनीय और स्त्री विरोधी करार दिया। उन्होंने दावा किया कि यह अकाउंट अब तक दर्जनों बार ऐसी भाषा का उपयोग कर चुका है और यह समाजवादी पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा कि आलोचना की एक मर्यादा होनी चाहिए, लेकिन जब परिवारों को गाली दी जाने लगे, तो यह सिर्फ राजनीति नहीं, संस्कृति का सवाल बन जाता है।