अखिलेश यादव(फोटो- सोशल मीडिया)
आगराः राणा सांगा विवाद में सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर करणी सेना द्वारा अटैक को लेकर अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार को निशाने पर लिया है। हाजारों की संख्या में जिस समय समाजवादी पार्टी के सांसद के घर पर हमला कर रहे थे, उसी समय कुछ किलोमीटर की दूरी पर सीएम योगी आदित्यनाथ एक कार्यक्रम में शिरकत कर रहे थे। इसलिए विपक्षी दल इस पूरे मामले को तूल देने में जुट गए हैं।
सपा सुप्रीमो ने कहा कि जिले में मुख्यमंत्री के उपस्थित रहते हुए भी, पीडीए के एक सांसद के घर पर कुछ लोगों द्वारा तोड़फोड़ की हिंसक वारदात जब रोकी नहीं जा सकती है, तो फिर ज़ीरो टॉलरेंस तो ज़ीरो होना ही है।
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि क्या मुख्यमंत्री जी का प्रभाव क्षेत्र दिन पर दिन घट रहा है या फिर ‘आउटगोइंग सीएम’ की अब कोई सुन नहीं रहा है। अगर वो अभी भी मुख्यमंत्री हैं तो तुंरत कार्रवाई करें और दोषियों को AI से पहचानकर दंडित करें, नहीं तो मान लिया जाएगा कि पीडीए सांसद के खिलाफ़ ये सब उनकी अनुमति से हुआ है।
आगरा में मुख्यमंत्री जी के उपस्थित रहते हुए भी, पीडीए के एक सांसद के घर पर कुछ लोगों द्वारा तोड़फोड़ की हिंसक वारदात जब रोकी नहीं जा सकती है, तो फिर ज़ीरो टॉलरेंस तो ज़ीरो होना ही है।
क्या मुख्यमंत्री जी का प्रभाव क्षेत्र दिन पर दिन घट रहा है या फिर ‘आउटगोइंग सीएम’ की अब कोई…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 26, 2025
बीजेपी ने किया पलटवार
अखिलेश यादव के बयान पर यूपी बीजेपी ने ‘एक्स’ पर पलटवार करते हुए लिखा कि सपा सांसद रामजीलाल सुमन ने महान वीर राणा सांगा को गद्दार कहा। उनके इस आपत्तिजनक बयान का तुष्टिकरण के लिए समर्थन करके सपा मुखिया ने आग में तेल डालने का काम किया। परिणामस्वरूप, करणी सेना ने रामजीलाल के घर पर हमला बोल दिया। अखिलेश जातीय संघर्ष चाहते हैं और इस हिंसा के लिए ज़िम्मेदार हैं। सपा एक असामाजिक और घोर हिंदू विरोधी पार्टी है।