भारत में कई ऐतिहासिक इमारते हैं जिन्हें देखने के लिए दुनियाभर से लोग आते हैं। जिनका निर्माण मुगल बादशाह, मराठाओं और अन्य राजाओं ने बनवाया है लेकिन भारत में कुछ इमारते ऐसी भी हैं जिनको महिलाओं ने बनवाया है।
महिलाओं द्वारा बनवाई गई हैं भारत की ये ऐतिहासिक इमारतें, जल्द बना लें घूमने का प्लान
भारत अपनी समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिकता की वजह से जाना जाता है। यहां पर मौजूद ऐतिहासिक इमारतें और कला दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। लोग दूर दूर से यहां की मशहूर परंपराओं और विविधताओं को देखने के लिए आते हैं। देश में मौजूद हर इमारत अपनी एक खासियत रखती है। वहीं, भारत में कुछ इमारतें ऐसी भी हैं जिनको पुरुषों ने नहीं बल्कि महिलाओं ने बनवाया है।
दिल्ली में मौजूद हुमायूं का मकबरा 16 वीं शताब्दी में दूसरे मुगल बादशाह हुमायूं की पत्नी बेगा बेगम ने बनवाया था। यह भारत की अद्भुत वास्तुकला का उदाहरण माना जा सकता है। यह यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल में शामिल है।
आगरा में स्थित इत्माद उद दौला नूरजहां ने अपने पिता मिर्जा ग्यास बेग की याद में बनवाया था। इसका निर्माण 17वीं शताब्दी में हुआ था। ताजमहल की तरह दिखने की वजह से इसे अक्सर लोग बेबी ताजमहल भी कहते हैं। इस खूबसूरत जगह को आप घूमने जा सकते हैं।
विरुपाक्ष मंदिर पट्टदकल शहर में स्थित है जो कर्नाटक में पड़ता है। इस मंदिर का निर्माण 8 वीं शताब्दी में रानी लोकमहादेवी ने करवाया था। यह भगवान शिव को समर्पित है। बता दें कि यह चालुक्य स्थापत्य शैली के सबसे महत्वपूर्ण मंदिरों में शामिल है।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में स्थित ऐतिहासिक लाल दरवाजा मस्जिद सन 1447 में सुल्तान महमूद शर्की की रानी राजे बीबी ने बनवाया था। यह मस्जिद संत सैय्यद अली दाऊद कुतुबुद्दीन को समर्पित है। इसका डिजाइन और शैली अटाला मस्जिद की तरह की दिखता है।
गुजरात के पाटन में स्थित रानी की वाव बहुत ही ऐतिहासिक इमारत है जो 11 शताब्दी में महारानी उदयमती ने बनवाई थी। यह यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की लिस्ट में शामिल है। इसे भारत की सबसे खूबसूरत बावड़ियों में से एक माना जाता है।