प्रयागराज कुंभ मेला (सौ.सोशल मीडिया)
Ramayana Related Places: हिंदू धर्म में भगवान राम को आदर्श माना जाता है। आज यानी 12 अक्टूबर को पूरे भारत में दशहरा का त्यौहार मनाया जा रहा है। यह खास दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन भगवान राम ने रावण का वध किया था। तब से लेकर आज तक इस त्योहार को हर घर में धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के राज्य उत्तर प्रदेश को भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में जाना जाता है। इसके अलावा भी भारत में कई ऐसी जगहें मौजूद हैं, जिसका जुड़ाव रामायण से है। इन जगहों के दर्शन करने से भगवान का आर्शीवाद प्राप्त होता है और मन को शांति मिलती है। आज हम आपको ऐसी ही कुछ बेहद खास जगहें के बारे में बताएंगे जो भगवान राम से जुड़ी हैं। दशहरा के शुभ अवसर पर इन जगहों पर घूमने का प्लान बनाया जा सकता है।
भगवान राम का ज्रिक रामायण में देखने को मिलता है। उन्हें कई लोग अपना आदर्श मानते हैं और पूजा करते हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के अयोध्या को उनकी जन्मस्थली माना जाता है। इस वजह से यह जगह धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखती है। राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह जगह और भी खास हो गई है। इस भव्य मंदिर के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं।
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला जिसे पहले लोग इलाहाबाद के नाम से जानते थे। इस जगह को बहुत ही पवित्र और धार्मिक माना जाता है। यहां पर तीन नदियों का संगम होता है। वहीं प्रयागराज में कुंभ का मेला पूरी दुनिया में मशहूर है। इस जगह लोग पिंडदान करने आते हैं। मान्यताओं के अनुसार जब भगवान राम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्षों का वनवास काट रहे थे, तो प्रयागराज में बहने वाली गंगा नदी को उन्होंने पार किया था। इस वजह से त्रिवेणी संगम को लोग बहुत ही खास स्थान मानते हैं। इस जगह को आप बजट में आसानी से एक्सप्लोर कर सकते हैं।
प्रयागराज (सौ.सोशल मीडिया)
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रामायण के नजरिये से रामेश्वर बहुत ही महत्वपूर्ण जगह है। बताया जाता है कि भगवान राम की वानरों की सेना ने रामेश्वरम में ही रावण की लंका तक पहुंचने के लिए सेतु का निर्माण किया था। इस जगह को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं। कहते हैं कि यहां पर माता सीता ने लंका से वापस आने के बाद शिवलिंग की स्थापना की थी। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि रावण का वध करने के बाद भगवान राम ने रामेश्वरम में भी शिव जी की प्रार्थना की थी। इस पवित्र और खास स्थल को देखने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
रामेश्वरम् ज्योतिर्लिंग
चित्रकूट बहुत ही चर्चित और पवित्र जगह मानी जाती है। इसका जुड़ाव भी रामायण से है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान राम वनवास के समय चित्रकूट में ही ठहरे थे। इसी जगह पर भगवान राम के भाई भरत उन्हें अयोध्या वापस लेने आए थे। इस वजह से चित्रकूट को राम भरत मिलाप के नाम से भी जाना जाता है। चित्रकूट को और कारणों से भी प्रमुख स्थल माना जाता है।
चित्रकूट (सौ.सोशल मीडिया)
कहते हैं कि भगवान राम जब चित्रकूट में ते तो भरत उन्हें राजा दशरथ के निधन की जानकारी देने के लिए आए थे। वह भगवान राम को वापस अयोध्या चलने के लिए विनती कर रहे थे लेकिन भगवान राम उनके साथ नहीं गए और आगे की तरह बढ़ गए। इस पवित्र जगह पर अक्सर लोग घूमने आते हैं। यहां पर मौजूद बंदर भगवान राम के होने को दर्शाता है।