लेपाक्षी मंदिर (सौ.सोशल मीडिया)
आंध्र प्रदेश: भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जहां का इतिहास बहुत ही अनोखा है। देश में कई मंदिर हैं जिसकी वजह से इसे मंदिरों का देश भी कहा जा सकता है। इन मंदिरों की भव्यता और इतिहास भी बहुत ही दिलचस्प है। दक्षिण भारत में एक ऐसा भी मंदिर मौजूद है जहां पर एक खंभा हवा में लटका हुआ है। इसके पीछे का रहस्य आज तक कोई नहीं सुलझा पाया है। यह मंदिर आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में है। इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आप भी जा सकते हैं यह काफी फेमस है।
दक्षिण भारत में मौजूद इस अनोखे मंदिर का नाम लेपाक्षी मंदिर है। इसे अनोखे खंभे आकाश स्तंभ के नाम से भी जाना जाता है। यह खंभा जमीन से ऊपर की तरफ उठा हुआ है। मान्यताओं के अनुसार खंभे के नीचे से कुछ निकालने पर घर में सुख-समृद्धि आती है। इस वजह से कई लोग इस खंभे के नीचे कपड़ा निकालते हैं।
जानकारी के अनुसार मंदिर का खंभा पहले जमीन से ही जुड़ा था। लेकिन ब्रिटिश इंजीनियर ने इसे हिला दिया ताकि वह जान सके कि यह कैसे टिका हुआ है। तब से माना जाता है कि यह खंभा हवा में ही झूल रहा है।
लेपाक्षी मंदिर में भगवान शिव के क्रूर रूप वीरभद्र की पूजा की जाती है। इसके अलावा इस मंदिर में भगवान शिव के अर्धनारीश्वर, कंकाल मूर्ति, दक्षिणामूर्ति और त्रिपुरांतकेश्वर रूप की भी पूजा की जाती है। माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण विरुपन्ना और विरन्ना नाम के भाइयों ने 16 वीं सदी में कराया था। वहीं, पौराणिक मान्यताओं की मानें तो इस मंदिर का निर्माण ऋषि अगस्त्य ने करवाया था। इस मंदिर के बारे में गांव के लोगों का कहना है कि यह वही जगह जहां रावण ने जटायु को गिराया था। उस समय भगवान राम ने पक्षी को देखा और कहा ले पाक्षी। तब से इस गांव का नाम लेपाक्षी पड़ गया। इसका निर्माण 1530 में हुआ था।