मानसून के समय चारों तरफ बारिश की वजह से हरियाली का माहौल तो रहता है लेकिन इसके साथ कई परेशानियां भी आती हैं। अगर आप इस मौसम में सोलो ट्रैवल करने वाले हैं तो कुछ बातों का ध्यान रखना ट्रिप को मजेदार बना सकता है।
मानसून सोलो ट्रैवल टिप्स (सौ. सोशल मीडिया)
मानसून का समय आपको प्रकृति के और करीब लेकर जाता है। इस समय बारिश की बूंदे और आसमान में काले बादल आंखों के साथ दिमाग को भी ठंडक पहुंचाते हैं। अक्सर लोग इस समय घूमना पसंद करते हैं जो एकदम सही भी है। लेकिन कई बार कुछ बातों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
अगर आप सोलो ट्रिप पर मानसून में कहीं जा रहे हैं, तो इसके लिए कुछ बातों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए। जिससे आपका सफर मजेदार और यादगार बन सकता है। अकेले सफर करने के लिए कुछ सावधानी आपको सुरक्षित रखने में मदद करती है।
मौसम से जुड़ी जानकारी, सड़कों की स्थिति और न्यूज में उस जगह से जुड़ी अपडेट जरूर चेक करें। खासकर पूर्वोत्तर और पश्चिमी घाट में इस समय भूस्खलन और बाढ़ के लिए अलर्ट जारी किए जाते हैं। ऐसे में इन जगहों पर जाने से बचें।
स्थानीय गाइडों की सेवाएँ लेने से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलता है और आप सुरक्षित रहते हैं। चेरापूंजी और नोंग्रियाट जैसी जगहों पर, स्थानीय गाइड मार्गदर्शन से कहीं ज़्यादा जानकारी देते हैं। उन्हें पता होता है कि कौन सा रास्ता सुरक्षित है।
शांत और अनजान रास्तों पर घूमना कई बार खतरे से भरा हो सकता है। खासकर उन इलाकों में जहां रास्ते ठीक से चिह्नित नहीं हैं और मौसम अप्रत्याशित है। अगर आप अकेले घूमने का प्लान कर रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें।
अगर बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर जाता है तो ऐसे में साथ वाटरप्रूफ बैग रख सकते हैं। इसके अलावा रेनकोट, पावर सोलो ट्रैवल करने के लिए बहुत जरूरी होता है। इस मौसम में आपको कभी भी इन चीजों की जरूरत पड़ सकती है।
वाटरफॉल और नदी के किनारे पर जाने से बचें क्योंकि इस समय बारिश की वजह से ये जगह फिसलन भरी हो जाती हैं। ऐसे में पैर फिसलकर गिरना बहुत आम बात है। इसके अलावा स्थानीय लोगों की चेतावनी को नजरअंदाज न करें।
यादगार और सुरक्षित ट्रिप के लिए किसी से भी इस बात का जिक्र न करें कि आप अकेले जा रहे हैं। आजकल सोशल मीडिया के जरिए लोग एक दूसरे पर नजर रखते हैं। यह खासकर महिलाओं के लिए खतरनाक हो सकता है।