क्या है भविष्य की तस्वीर। (सौ. AI)
Scientific Achievement: विज्ञान की दुनिया में एक अभूतपूर्व खोज हुई है जिसने भविष्य की तकनीक को नई दिशा दे दी है। फ्रांस के शोध संगठन CNRS के वैज्ञानिकों ने ऑक्साइड पदार्थों की परतों से बना ऐसा विशेष पदार्थ तैयार किया है, जो बिजली की बजाय कृत्रिम रोशनी की गति से उपकरणों को संचालित कर सकेगा। यह खोज न सिर्फ ऊर्जा की खपत कम करेगी, बल्कि अत्यधिक तेज रफ्तार तकनीकी उपकरणों के विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इस पदार्थ पर जब कृत्रिम रोशनी डाली जाती है, तो यह Electron Gas बनाता है वही गैस जो आमतौर पर LED स्क्रीन में देखी जाती है। अब तक इन गैसों को केवल Electrical Signals से नियंत्रित किया जा सकता था, लेकिन पहली बार वैज्ञानिकों ने इसे केवल रोशनी के माध्यम से नियंत्रित करने में सफलता पाई है। जैसे ही प्रकाश बंद होता है, यह इलेक्ट्रॉन गैस तुरंत गायब हो जाती है, जिससे यह प्रणाली अत्यंत संवेदनशील और सटीक नियंत्रण वाली बन जाती है।
यह खोज Optics और Electronics के अद्भुत संयोजन पर आधारित है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तकनीक से भविष्य में स्पिन्ट्रॉनिक्स, क्वांटम कंप्यूटिंग और अल्ट्रा-फास्ट इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में बड़े बदलाव देखे जाएंगे। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगर उपकरणों को बिजली के बजाय प्रकाश से नियंत्रित किया जाए, तो वे न सिर्फ कई गुना तेज काम करेंगे बल्कि ऊर्जा की खपत भी बेहद कम होगी।
शोधकर्ताओं का कहना है कि यदि ट्रांजिस्टरों को बिजली की बजाय रोशनी से चलाया जाए, तो एक माइक्रोचिप पर लगभग एक-तिहाई इलेक्ट्रिकल कनेक्शन की जरूरत खत्म हो जाएगी। इसका अर्थ है कि सिर्फ एक कंप्यूटर प्रोसेसर में ही करीब एक अरब कनेक्शन की बचत की जा सकती है। इससे कंप्यूटर, लैपटॉप और मोबाइल फोनों की स्पीड कई गुना बढ़ जाएगी, जबकि बिजली की खपत घट जाएगी।
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इस खोज से Photonics और Electronics को मिलाकर नई तकनीकें विकसित की जा सकेंगी। वैज्ञानिकों के अनुसार, इससे बेहद संवेदनशील प्रकाश सेंसर तैयार होंगे, जो समान वोल्टेज पर अंधेरे की तुलना में एक लाख गुना ज्यादा धारा उत्पन्न कर सकते हैं। इससे कैमरों, मेडिकल स्कैनर, सैटेलाइट्स और सुरक्षा उपकरणों की क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।
यह उपलब्धि परमाणु स्तर पर किए गए सटीक प्रयोगों का परिणाम है। वैज्ञानिकों ने ऑक्साइड की दो परतों के बीच परमाणुओं की संरचना को नियंत्रित तरीके से तैयार किया और रोशनी पड़ने पर इलेक्ट्रॉनों की गति का अध्ययन किया। साथ ही, सैद्धांतिक गणनाओं के माध्यम से उनके व्यवहार को गहराई से समझा गया। भविष्य में यह तकनीक विकसित होकर न सिर्फ तेज़ रफ्तार प्रोसेसर और इंटरनेट स्पीड का युग लाएगी, बल्कि ऊर्जा-कुशल और टिकाऊ उपकरणों के नए युग की शुरुआत करेगी।