TikTok को लेकर क्या है अमेरिका का फैसला। (सौ. Design)
नवभारत टेक डेस्क: अमेरिका में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म TikTok को लेकर एक बार फिर नई हलचल शुरू हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि यदि TikTok की अमेरिकी यूनिट की बिक्री को लेकर 19 जून तक कोई अंतिम समझौता नहीं होता, तो वे इस डेडलाइन को आगे बढ़ा सकते हैं। “हम चाहते हैं कि सौदा पूरा हो, लेकिन जरूरत पड़ी तो समयसीमा को बढ़ाया जा सकता है,” ट्रंप ने NBC न्यूज को दिए इंटरव्यू में कहा।
TikTok की मूल कंपनी ByteDance चीन की है, और अमेरिका का आरोप है कि यह ऐप अमेरिकी नागरिकों की जानकारी चीन सरकार को उपलब्ध करवा सकता है। यही कारण है कि अमेरिका ने साफ कहा है—अगर ByteDance ने TikTok की अमेरिकी यूनिट किसी अमेरिकी कंपनी को नहीं बेची, तो ऐप को पूरे देश में प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। यह निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनज़र लिया गया है।
TikTok की बिक्री से जुड़ा यह सौदा पहले ही दो बार टल चुका है—पहले इसे जनवरी में लागू किया जाना था, फिर अप्रैल और अब जून की नई डेडलाइन तय की गई है। इस सौदे के तहत TikTok की अमेरिकी संपत्तियां एक नई अमेरिकी कंपनी को ट्रांसफर की जाएंगी, जिसमें अमेरिकी निवेशकों का नियंत्रण होगा। लेकिन चीन ने इस योजना पर आपत्ति जताई है, खासकर तब जब अमेरिका ने चीन से आयात होने वाले सामान पर 145% का टैरिफ लगा दिया है।
हालांकि पहले ट्रंप TikTok पर बैन के पक्ष में थे, अब उनका रुख कुछ नरम हुआ है। उन्होंने कहा कि “TikTok एक दिलचस्प ऐप है और यह युवा वोटर्स से जुड़ने में मदद करता है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे टैरिफ हटाएंगे नहीं, लेकिन किसी भविष्य के व्यापार समझौते में उसमें छूट दी जा सकती है।
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TikTok की अमेरिकी यूनिट खरीदने में कई बड़ी अमेरिकी कंपनियां दिलचस्पी दिखा रही हैं—Oracle, Microsoft, Amazon और यहां तक कि प्रसिद्ध यूट्यूबर MrBeast का नाम भी संभावित खरीदारों की सूची में सामने आया है। डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रंप के रुख पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बार-बार डेडलाइन बढ़ाने का कोई कानूनी आधार नहीं है, और उन्होंने यह भी पूछा कि क्या ByteDance TikTok से वास्तव में पूरी तरह अलग हो पाएगी।