
आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस का क्षेत्र, जिसे AI भी कहा जाता है
नई दिल्ली: आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस का क्षेत्र, जिसे AI भी कहा जाता है, तेजी से बढ़ रहा है। दुनिया भर के कई देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर काम कर रहे हैं। हाल ही में, GitHub की एक रिपोर्ट से पता चला है कि जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में भारत दूसरे स्थान पर है। GitHub ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर भारतीय डेवलपर्स की संख्या 28 प्रतिशत बढ़ गई है और 2024 तक 17 मिलियन का आंकड़ा पार कर जाएगी।
भारतीय डेवलपर्स कृत्रिम बुद्धिमत्ता के विकास पर लगातार काम कर रहे हैं, जिससे देश को दुनिया के शीर्ष दस सबसे तेजी से बढ़ते डेवलपर समुदायों में शामिल होने में भी मदद मिली है। गिटहब के सीईओ Thomas Dohmke के ने अपने एक्स अकाउंट (ट्विटर) पर एआई में शीर्ष 10 देशों की एक सूची साझा की।
इस सूची में नंबर 1 पर संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस), नंबर 2 पर भारत, नंबर 3 पर हांगकांग, नंबर 4 पर चीन और नंबर 5 पर जर्मनी जैसे देश शामिल हैं। इस ग्राफ से यह स्पष्ट है कि भारत उत्पादक एआई में भी अग्रणी है। प्रोजेक्ट्स एक वैश्विक नेता और शीर्ष 10 में से एक है।
Of course, I have to show some love to India 🇮🇳 Now the fastest growing developer population on the planet, India’s rise as a global tech titan is inexorable. pic.twitter.com/HCCpLOQwA6 — Thomas Dohmke (@ashtom) October 29, 2024
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GitHub ऑक्टोवर्स 2024 रिपोर्ट में पाया गया कि भारतीय डेवलपर्स और कंपनियां 2023 की तुलना में 2024 में परीक्षण परिणामों को प्राथमिकता दे रही हैं। भारत वर्तमान में जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के विकास के मामले में दूसरे स्थान पर है, लेकिन GitHub के अनुमान के अनुसार, भारत 2028 तक अमेरिका से आगे निकल सकता है। ऐसा हुआ तो भारत दुनिया का सबसे बड़ा डेवलपर समुदाय बन जाएगा।
जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
हालाँकि भारत दूसरे स्थान पर है। इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि भारत में डेवलपर्स अपना सारा प्रयास कृत्रिम बुद्धिमत्ता में लगा रहे हैं। डेवलपर के ये प्रयास सॉफ़्टवेयर के भविष्य को आकार दे रहा हैं और दुनिया भर में नवाचार पर सीधा प्रभाव डाल रहे हैं।






