एप्पल इंडिया ( सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : विश्व की टेक्नोलॉजी सेक्टर की सबसे बड़ी टेक कंपनी एप्पल लगातार भारत में अपने कारोबार को बढ़ा रही है। इसके चलते कंपनी ने भारत में अपनी मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ा दिया है। मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ाने के बाद भारत के लोगों को सीधे तौर पर इसका फायदा मिल सकता है। एक निजी समाचार कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एप्पल के लगातार बढ़ते काम के कारण इस वित्त वर्ष के आखिरी चरण तक 6 लाख नौकरी के अवसर पैदा कर सकती है।
आपको बता दें कि एप्पल ने चीन में तेजी से बढ़ रहे अपने कारोबार को कम कर दिया है और साथ ही इस कंपनी ने भारत में अपनी उत्पादकता को भी बढ़ा दिया है। एप्पल कंपनी के बारे में ये भी जानकारी आ रही है कि ये कंपनी भारत में महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए अपनी कंपनी में महिलाओं का योगदान बढ़ा सकती है। महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए कंपनी में महिलाओं के लिए सबसे ज्यादा पोस्ट होगी।
इस रिपोर्ट में कंपनी के बारे में कुछ एक ऐसे आंकड़े पेश किए है, जिसको एप्पल और उसके सप्लायर्स को सौंपे गए है। इन दिए गए आंकड़ों के अनुसार और कुछ अनुमानों से पता चला है कि साल 2025 तक भारत में एप्पल का वर्कफोर्स में बढ़त हो सकती है। इस बढ़त के साथ ही कंपनी में 2 लाख डायरेक्ट पोजिशंस पैदा हो सकती है। जिसमें से करीब 70 प्रतिशत पोस्ट महिलाओं के लिए होगी।
आपको बता दें कि इस रिपोर्ट में एप्पल कंपनी के 3 भारतीय कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट देने की भी बात सामने आयी है। इस सूची में फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन (अब टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स) और पेगाट्रॉन जैसी कंपनियों के नाम शामिल है। ये तीनों कंपनियां अब तक भारत में कुल 80,872 डायरेक्ट जॉब्स जनरेट कर चुकी है। इसके अलावा भी टाटा ग्रुप, सैलकॉम्प, मदरसन, फॉक्सलिंक (तमिलनाडु में), सनवोडा (उत्तर प्रदेश में), एटीएल (हरियाणा में) और जाबिल (महाराष्ट्र में) जैसी बड़ी सप्लायर्स कंपनियों ने भी अब तक करीब 84,000 जॉब उत्पन्न की है।
इस रिपोर्ट के अनुसार पता चला है कि बीते कुछ सालों में एप्पल कंपनी भारत में नौकरी देने वाली बड़ी कंपनियों के तौर पर अपनी पहचान बना चुकी है। आपको बता दें कि इस कंपनी के वर्कफोर्स में महिलाओं और न्यूकमर्स का योगदान काफी ज्यादा है। साल 2020 में कंपनी ने स्मार्टफोन पीएलआई स्कीम की शुरूआत की थी, जिसके बाद एप्पल वेंडर्स और सप्लायर्स ने भारत में 1 लाख 65 हजार डायरेक्ट नौकरियां जनरेट की है।