देवेंद्र फडणवीस-चंद्रकांत पाटिल (डिजाइन फोटो)
सोलापुर: चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) ने महाराष्ट्र (Maharashtra Politics) के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (DCM Devendra Fadnavis) को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। दरअसल बीजेपी (BJP) नेता, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मंगलवेधा में एक बैठक में बोलते हुए फडणवीस के बारे बेहद चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ”किसी भी वक्त देवेन्द्र फड़णवीस की गिरफ्तारी हो सकती थी। मैं प्रदेश का अध्यक्ष था। हम जानते हैं कि हमने 33 महीने तक क्या सहा है। लेकिन मुझे यकीन था कि ये दिन भी गुजर जाएंगे और वो दिन भी गुजर गए जब किसी को पता ही नहीं चला, एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बन गए”
सोलापुर- माढ़ा चुनाव कठिन नहीं
जानकारी हो कि भाजपा नेता चंद्रकांत पाटिल ने यह बयान सोलापुर लोकसभा क्षेत्र के मंगलवेधा कस्बे में आयोजित पदाधिकारियों की बैठक में दिया।
इस दौरान चंद्रकांत पाटिल ने कहा, ”सोलापुर चुनाव कठिन नहीं है। माढा चुनाव कठिन नहीं है, इसे कठिन बनाया गया है। भगवान को सबकी परवाह है। वह अपना संतुलन ठीक कर लेता है। हम जानते हैं कि 33 महीनों तक जब मैं राज्य का अध्यक्ष था तब हमने क्या-क्या सहा है। लेकिन मुझे यकीन था कि दिन गुजरेंगे और अच्छे दिन आयेंगे। इसलिए, अच्छा काम जारी रखें। अच्छा काम अच्छे परिणाम लाता है”
किसी भी वक्त गिरफ्तार हो जाते फडणवीस
उपमुख्यमंत्री के बारे में बयान देते हुए चंद्रकांत पाटिल ने कहा, देवेन्द्र फडनीस को किसी भी क्षण गिरफ्तार कर लिया जाता, मैं 33 महीने तक प्रदेश का अध्यक्ष रहा, हम जानते हैं कि हमने क्या सहा है, लेकिन मुझे यकीन था कि ये दिन भी गुजर जाएंगे और वो दिन भी गुजर गए और किसी को पता भी नहीं चला कि एकनाथ शिंदे राज्य के मुख्यमंत्री बन गए। चंद्रकांत पाटिल ने सांकेतिक बयान दिया है कि राज्य में महाविकास अघाड़ी के शासन के दौरान ऐसा समय आ गया था।
माढ़ा चुनाव कठिन बनाया गया
इस बैठक में बोलते हुए चंद्रकांत पाटिल ने माना कि सोलापुर का चुनाव उतना मुश्किल नहीं है लेकिन माढ़ा का चुनाव उतना मुश्किल नहीं था लेकिन उसे मुश्किल बना दिया गया। एबीपी माझा के सर्वेक्षण से पता चलता है कि सोलापुर में भाजपा के राम सातपुते आगे चल रहे हैं और माढ़ा लोकसभा में राष्ट्रवादी शरद पवार समूह के मोहिते पाटिल आगे चल रहे हैं। सर्वे की आलोचना करने वाले चंद्रकांत पाटिल को अपने भाषण में सर्वे की हकीकत स्वीकार करनी पड़ी और बोलते-बोलते उन्होंने ये हकीकत शिवसैनिकों के सामने रख दी। ऐसे में अब देखा जा सकता है कि माढ़ा लोक सभा चुनाव का समीकरण बदल रहा है।