
भारत की साल 2025 में खेलों में उपलब्धियां (फोटो- सोशल मीडिया)
India Achieved this Accomplishment in These Games in 2025: अब भारतीय खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि दूसरे खेलों में भी देश का नाम रोशन कर रहे हैं। साल 2025 भारतीय खेल इतिहास के लिए बेहद खास रहा। खिलाड़ियों की शानदार उपलब्धियों के साथ-साथ खेल मंत्रालय के अहम फैसलों ने भी देशवासियों को कई बड़ी खुशखबरियां दीं। अलग-अलग खेलों से जुड़ी इन उपलब्धियों ने भारत को वैश्विक मंच पर मजबूत किया।
भारतीय खेल प्रेमियों की लंबे समय से मांग रही है कि ओलंपिक खेल भारत में आयोजित हों। इसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए भारत सरकार ने 2036 ओलंपिक गेम्स की मेजबानी के लिए आधिकारिक रूप से बिड दी है। इससे पहले भारत ने 2032 ओलंपिक की मेजबानी का भी प्रयास किया था, लेकिन अब 2036 को लेकर उम्मीदें मजबूत हुई हैं।
साल 2025 की सबसे बड़ी खुशखबरी में से एक रही कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी। करीब 20 साल बाद यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट भारत लौट रहा है, जिसे अहमदाबाद में आयोजित किया जाएगा। खिलाड़ियों और फैंस दोनों के लिए यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
महज 18 साल की उम्र में डी गुकेश ने वर्ल्ड चेस चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया। वह यह खिताब जीतने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने। शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें खेल रत्न से भी सम्मानित किया गया।
डी गुकेश (फोटो- सोशल मीडिया)
भारतीय महिला चेस खिलाड़ी दिव्या देशमुख ने 19 वर्ष की उम्र में फिडे महिला विश्व कप जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। वह यह खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। उन्होंने फाइनल में कोनेरू हम्पी को हराकर देश का नाम ऊंचा किया।
दिव्या देशमुख (फोटो- सोशल मीडिया)
शीतल देवी ने पैरा आर्चरी में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड और सिल्वर मेडल जीते। पैरा एथलीट होते हुए भी उन्होंने सीनियर स्तर पर अपनी जगह बनाई और वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप खिलाड़ियों में शामिल रहीं।
शीतल देवी (फोटो- सोशल मीडिया)
इटली के ट्यूरिन में आयोजित विंटर स्पेशल ओलंपिक्स में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस मेगा इवेंट में भारत ने कुल 33 मेडल अपने नाम कर सभी को गर्व महसूस कराया।
पैरा जैवलिन थ्रोअर सुमित एंटील ने F64 कैटेगरी में लगातार तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। किसी भी भारतीय पैरा एथलीट ने इससे पहले यह उपलब्धि हासिल नहीं की थी।
पहले खो-खो विश्व कप में भारतीय टीम ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। पुरुष और महिला दोनों टीमों ने खिताब जीतकर दुनिया को अपनी ताकत दिखाई। इस ऐतिहासिक जीत की गूंज पूरे देश में सुनाई दी।






