रन आउट विवादस्पद (फोटो-सोशल मीडिया)
स्पोर्ट्स डेस्क: दिल्ली कैपिटल्स ने शनिवार को वडोदरा के कोटांबी स्टेडियम में महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) 2025 के मैच में आखिरी गेंद पर रोमांचक मुकाबले में मुंबई इंडियंस पर दो विकेट से जीत दर्ज की। यह मुकाबला रोमांचक रहने के साथ कुछ हद तक बहस का विषय भी रहा। इस मुकाबले में दो रन आउट के फैसले चर्चा का विषय बन गया।
मुंबई और दिल्ली के बीच खेले गए मुकाबले में दो विवादास्पद रन आउट के फैसले के कारण ही दिल्ली की टीम को जीत मिली है। इस फैसले के बाद विशेषज्ञों ने तीसरे अंपायर के फैसलों पर अपनी राय रखी। पहली घटना 18वें ओवर की चौथी गेंद पर हुई। शिखा पांडे ने हीली मैथ्यूज की गेंद पर पुल शॉट लगाने का प्रयास किया। लेकिन गेंद ऑफ साइड पर चली गई, जिसके बाद वो रन लेने के लिए दौड़ी लेकिन निकी प्रसाद ने तुरंत वापस भेज दिया।
हालांकि इस दौरान गेंद को फील्ड करके कीपर के पास थ्रो किया गया और रन आउट का फैसला थर्ड अंपायर के पास भेजा गया। रिप्ले से पता चला कि यह बेहद करीबी फैसला था। तीसरे अंपायर गायत्री वेणुगोपालन ने सोच विचार करके और सभी एंगल को चेक करके नॉट आउट दिया। जिसके बाद मुंबई की कप्तान हरमनप्रीत कौर खुश नहीं दिखीं और ऑन फील्ड अंपायर से चर्चा करने चली गई।
इसके ठीक सात गेंद बाद राधा यादव के साथ भी ऐसी ही घटना हुई। जब उन्होंने साइका इशाक की गेंद को पाइंट की ओर मारा और सिंगल के लिए दौड़ पड़ी। उन्हें वापस भेजा गया और राधा यादव ने खुद को बचाने के लिए डाइव लगाने का फैसला किया। रिप्ले में दिखा कि बेल्स हटाए जाने के समय उनका बल्ला हवा में था, लेकिन तीसरे अंपायर ने पाया कि बेल्स विकेट से हटने से पहले उनका बैट अंदर आ गया था। इस तरह से यह फैसला भी नॉट आउट रहा। हरमनप्रीत कौर ने फिर से मैदानी अंपायरों से बात की।
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मैच की आखिरी गेंद पर दिल्ली को जीत के लिए 2 रनों की जरूरत थी। अरुंधति रेड्डी ने उठाकर कवर के उपर से शॉट खेला और दो रन के लिए दौड़ पड़ी। हरमनप्रीत ने तेजी से दौड़ कर गेंद को पकड़ा और कीपर के पास थ्रो किया। विकेटकीपर ने विकेट तक तेजी से ले जाकर रन आउट करने की कोशिश की। फिर फैसला के लिए तीसरे अंपायर का रूख किया गया। जहां अरुंधति रेड्डी को नॉट आउट दिया गया और दिल्ली इस मुकाबले को जीतने में सफल रही।
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इस बात को लेकर असमंजस की स्थिति है कि कब बल्लेबाज को आउट माना जाएगा और कब नॉट आउट। डब्ल्यूपीएल में आउट तब माना जाएगा जब विकेट से बेल्स हट जाएगी। जब तक बेल्स विकेट पर रहेगा और लाइट जलेगी तो आउट नहीं माना जाएगा। जहां एलईडी विकेट का उपयोग किया जाता है, जिस क्षण विकेट गिराया जाता है, उसे पहला फ्रेम माना जाएगा। जिसमें एलईडी लाइट्स जलेंगी और उसके बाद के फ्रेम में दिखाया जाएगा कि बेल्स स्टंप्स के ऊपर से स्थायी रूप से हट गई हैं।