
सकीबुल गनी (फोटो-सोशल मीडिया)
Who is Sakibul Gani: पूरे देश में इन दिनों बिहार के क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी की चर्चा है, लेकिन बिहार के कप्तान सकीबुल गनी ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। गनी ने विजय हजारे ट्रॉफी में महज 32 गेंदों में शतक लगाकर न केवल अपने नाम का रिकॉर्ड बनाया, बल्कि वह इस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे तेज शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए।
सकीबुल गनी का नाम क्रिकेट जगत में नई उपलब्धियों से जुड़ा रहा है। इससे पहले भी उन्होंने कई अहम रिकॉर्ड बनाए हैं और लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद, आईपीएल में अब तक उन्हें अवसर नहीं मिल पाया, जिससे उनका नाम दुनिया भर में वैभव सूर्यवंशी जितना प्रसिद्ध नहीं हो सका। अब सवाल यह उठता है कि क्या बीसीसीआई गनी पर अपनी नजरें डालेगी?
गनी पिछले कई सीजन से बिहार टीम का अहम हिस्सा हैं। उनके लगातार शानदार प्रदर्शन और टीम के लिए योगदान को देखते हुए उन्हें बिहार का कप्तान बनाया गया है। उन्होंने बिहार का प्रतिनिधित्व रणजी ट्रॉफी, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में लगातार किया है। उनके लिस्ट ए डेब्यू की शुरुआत 7 अक्टूबर 2019 को हुई थी, जब उन्होंने 2019-20 विजय हजारे ट्रॉफी में पहली बार बिहार के लिए खेला।
बिहार के कप्तान सकीबुल गनी, जिनका जन्म 2 सितंबर 1999 को मोतिहारी में हुआ था, 26 साल की उम्र में लगातार बिहार क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और रणनीतिक सोच ने उन्हें टीम का भरोसेमंद कप्तान बनाया है।
हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ मैच में गनी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने महज 40 गेंदों में 128 रन की नाबाद पारी खेलकर विपक्षी गेंदबाजों की पूरी धज्जियां उड़ाई। इस विस्फोटक पारी में गनी ने 10 चौके और 12 छक्के लगाए और 320 के स्ट्राइक रेट से रन बनाकर दर्शकों और टीम दोनों को रोमांचित कर दिया।

सकीबुल गनी की क्रिकेट यात्रा की शुरुआत लोकल क्रिकेट एकेडमी से हुई, जहां उन्होंने अपनी तकनीक और खेल के दृष्टिकोण को बेहतर बनाने के लिए कोचिंग ली। इसके बाद उनके लगातार शानदार प्रदर्शन ने अंडर-19 टूर्नामेंट में चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और उन्हें स्टेट टीम में जगह मिली।
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गनी ने अपने करियर में एक राइट-आर्म मीडियम-फास्ट बॉलर और राइट-हैंडेड बैट्समैन के तौर पर उत्कृष्ट खेल दिखाया है। उन्होंने अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत का प्रतिनिधित्व कर नेशनल लेवल पर अपनी पहचान बनाई। दबाव वाली परिस्थितियों में शांति बनाए रखने और मजबूत टीमों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता ने डोमेस्टिक सर्किट की कई फ्रेंचाइजी और स्काउट्स को प्रभावित किया।
बिहार के कप्तान सकीबुल गनी ने अपने रणजी डेब्यू मैच में ही धमाल मचा दिया। मिजोरम के खिलाफ अपने पहले मैच में उन्होंने 341 रन की ऐतिहासिक पारी खेली, जिसमें उन्होंने 56 चौके और दो छक्के लगाए। यह पारी उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जाती है। अब तक सकीबुल गनी ने 28 फर्स्ट क्लास मैचों में कुल 2035 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक और 8 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी यह निरंतरता और शानदार प्रदर्शन उन्हें बिहार और घरेलू क्रिकेट में खास पहचान दिलाता है। लिस्ट-ए क्रिकेट में भी गनी ने अपनी बल्लेबाजी की ताकत दिखाई है। उन्होंने 33 मैचों में 867 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं।
सकीबुल गनी ने साल 2022 में रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था। उन्होंने मिजोरम के खिलाफ रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करते हुए 341 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। यह डेब्यू मैच में तिहरा शतक लगाने का अनोखा रिकॉर्ड था। उस पारी में उन्होंने 56 चौके और दो छक्के जड़े, जिससे उनकी प्रतिभा पूरे देश के सामने आ गई। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने गनी को लेकर ट्वीट किया था।
Congratulations to Sakibul Gani for a solid performance in his debut Ranji Trophy match. Keep it up. https://t.co/B7C7cF7mwL — Sachin Tendulkar (@sachin_rt) February 19, 2022
सचिन तेंदुलकर ने ट्वीट किया, “रणजी ट्रॉफी के अपने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन के लिए साकिबुल गनी को बधाई। ऐसे ही प्रदर्शन करते रहो।” उसके बाद से सकीबुल गनी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वो सैयद मुश्ताक अली में शतक बनाने वाले बिहार के पहले बल्लेबाज भी बने थे।






