विदर्भ की टीम (फोटो-सोशल मीडिया)
जयदीप रघुवंशी: विदर्भ क्रिकेट इन दिनों बुलंदियों पर है। लगातार अच्छा, बेहतर और शानदार प्रदर्शन की बदौलत विदर्भ की टीम चैम्पियन बन रही है। ईरानी कप में विदर्भ के चैम्पियन बनने का रिकॉर्ड 100 प्रतिशत है। जब-जब विदर्भ ने रणजी टाइटल अपने नाम किया है तब-तब शेष भारत को पटखनी देकर ईरानी कप का ताज भी अपने सिर पर सजाया है। ऐसा अब तक 3 बार हो चुका है।
विदर्भ ने रविवार को तीसरी बार ईरानी कप 2025 का खिताब अपने नाम किया। इस बार शेष भारत को 93 रनों से मात दी। मुकाबले में अथर्व तायड़े, यश राठौड़ ने अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित किया तो हर्ष दुबे और यश ठाकुर ने गेंदबाजी में शानदार लय और धार दिखाकर टीम को निर्णायक जीत दिलाई। विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडकर तीनों बार ईरानी कप विजेता टीम के हिस्सा रहे हैं।
विदर्भ ने ईरानी कप का खिताब तीन बार जीता
अथर्व, हर्ष और दोनों यश बने विदर्भ के हीरो
1 अक्टूबर से शुरू हुई ईरानी कप की खिताबी जंग में विदर्भ के अथर्व तायड़े, यश राठौड़, हर्ष दुबे और यश ठाकुर हीरो बनकर उभरे। चारों ने अपनी-अपनी भूमिका को बखूबी निभाकर टीम को विजेता बनाया। पहली पारी में अथर्व तायड़े (143) और यश राठौड़ (91) के बीच 184 रनों की साझेदारी ने मजबूत स्कोर खड़ा किया। फिर मीडियम पेसर यश ठाकुर ने 4 विकेट और लेफ्ट ऑर्म स्पिनर हर्ष दुबे ने 2 विकेट लेकर शेष भारत की कमर तोड़ दी। दूसरी पारी में भी यश ने 2 और हर्ष ने 4 विकेट लेकर टीम को खिताबी जीत दिलाई। दूसरी पारी में जब यश ढुल और मानव सुथार के बीच पनपी 104 रनों की पारी का अहम विकेट भी यश ने लेकर टीम पर आ रहे संकट के बादल हटा दिए।
हमारी बॉलिंग भारत में सबसे बेस्ट यूनिट: वाडकर
मैच के बाद चैम्पियन कप्तान अक्षय वाडकर ने कहा, “हमारी बॉलिंग यूनिट इंडिया में बेस्ट बॉलिंग यूनिट है।” मुझे पूरा यकीन है कि अगर बोर्ड पर 200 रन भी रहे तो हमारी बॉलिंग यूनिट 150 में या 120 में प्रतिद्वंदी को ऑल आउट कर देगी। उन्होंने कहा, “जब मैं एक प्लेयर के रूप में खेल रहा था, तब मैं सीख रहा था, अभी भी सीख ही रहा हूं लेकिन अभी सीनियर हूं, मुझ पर जिम्मेदारी थी कि मैं सभी जूनियर को सही से गाइड करूं।”
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तीनों खिताब का हिस्सा रहे वाडकर ने कहा कि वो जो दो जीत थी उसमें सीनियर खिलाड़ी थे, आज जो जीत मिली है उसमें काफी युवा जोश है। जिन्हें सीखने में मजा आता है। वो जो भी करते हैं दिल से करते हैं। क्रिकेट में जैसा हम सोचते हैं वैसा नहीं होता। लक्ष्य कितना भी बड़ा रहे हासिल किया जा सकता है, बस आपको उसे रोकना आना चाहिए। हमारी टीम लक्ष्य रोकने में माहिर है।
विदर्भ ने अच्छा खेला, वे जीत के हकदार थे
शेष भारत के कप्तान रजत पाटीदार ने कहा, “विदर्भ की टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया और वे जीत के हकदार थे। हमने परिस्थितियों का बेहतर आकलन नहीं किया। हम अगर ऐसा कर पाते तो उनके स्कोर के करीब पहुंच सकते थे।”
मैंने इस सत्र अच्छी तैयारी की है
अथर्व तायड़े को पहली पारी में 143 रन बनाने और ढुल का शानदार कैच लपकने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा, “मेरे लिए पिछले कुछ सत्र अच्छे नहीं थे, लेकिन इस सत्र मैंने बहुत अच्छी तैयारी की। मैं अपनी टीम के लिए प्रभाव डालना चाहता था और ईरानी कप के साथ सत्र की शुरुआत इससे बेहतर मेरे लिए नहीं हो सकती थी।” उन्होंने नवभारत से कहा कि पिछले सत्र में जब मैं छोटी-छोटी गलतियों के कारण आउट हो जाता था, जिस पर ऑफ सीजन मैंने काम किया। उन वीडियो को फिर से देखा और जहां अपनी कमजोरी नजर आई उसमें सुधार किया।
पहली पारी, विदर्भ: 342 ऑल आउट
अथर्व तायडे: 143 रन सर्वाधिक
यश राठौड़: 91
गेंदबाज (ROI): आकाशदीप 3/51, मानव सुथार 3/74
रेस्ट ऑफ इंडिया: 214 ऑल आउट
राजत पाटीदार: 66
अभिमन्यु ईश्वरन: 52
गेंदबाज (विदर्भ): यश ठाकुर 4/66, हर्ष दुबे 2/58
दूसरी पारी, विदर्भ:232 ऑल आउट
अमन मोखाड़े: 37
अक्षय वाडकर: 36
गेंदबाज (ROI): अंशुल कंबोज 4/34, सौरांश जैन 2/52
रेस्ट ऑफ इंडिया: 267 ऑल आउट
यश ढुल: 92
मानव सुथार: 56*
गेंदबाज (विदर्भ): हर्ष दुबे 4/73, यश ठाकुर 2/47