लॉर्ड्स टेस्ट भारत बनाम इंग्लैंड (फोटो- सोशल मीडिया)
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत और इंग्लैंड के बीच आखिरी दिन का खेल 14 जुलाई सोमवार को खेला जाना है। इससे पहले 10 जुलाई से तीसरे टेस्ट की शुरुआत हुई थी। इस टेस्ट में भारत के कप्तान शुभमन गिल ने अच्छी कप्तानी का उदाहरण पेश किया। लेकिन लॉर्ड्स टेस्ट के चौथे दिन टीम इंडिया के युवा कप्तान से एक गलती हो गई। इस गलती का खामियाजा पूरी टीम इंडिया को भुगतना पड़ सकता है। आइए इस बारे में विस्तार से चर्चा कर लेते हैं।
लॉर्ड्स टेस्ट में दोनों टीमों ने अपनी पहली पारी में 387-387 रन बनाए थे। इसके बाद मुकाबले में दोनों टीमें बराबरी पर खड़ी थी। फिर दोनों टीमों की नजर दूसरी पारी पर थी। टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उनकी दूसरी पारी में 192 रन के स्कोर पर ढेर कर दिया। ऐसे में लग रहा था कि इस टेस्ट में शुभमन सेना एक बार फिर से जीत दर्ज कर लेगी, क्योंकि 192 रन का ये स्कोर छोटा लग रहा था। लेकिन जैसे ही टीम इंडिया दूसरी पारी में उतरी और एक के बाद एक उसके विकेट गिरते रहे तो फिर जीत का अंतर बढ़ने लगा। इसके बाद ये स्कोर बड़ा लगने लगा।
चौथे दिन जब टीम इंडिया का तीसरा विकेट गिरा तो ऐसे में विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को बल्लेबाजी करने के लिए आना था, लेकिन आकाश दीप को बल्लेबाजी के लिए भेज दिया गया। आकाश दीप से ये उम्मीद की जा रही थी कि वो चौथे दिन का खेल बिना चौथा विकेट गवांए खत्म कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आकाश दीप को इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने अपना शिकार बना डाला।
जाहिर सी बात है आकाश दीप एक गेंदबाज हैं और वो बल्लेबाज की भूमिका कैसे अदा करते। ऐसा संभव था कि उनकी जगह पर यदि ऋषभ पंत बल्लेबाजी करने आते तो शायद अपना विकेट बचा पाते। ऐसे में भारत चौथे दिन का खेल तीन विकेट खोकर खत्म कर देता। लेकिन शुभमन गिल के आकाश दीप को बल्लेबाजी के लिए भेजने वाले फैसले से टीम को चार विकेट का नुकसान हो गया।
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फिलहाल अब लॉर्ड्स टेस्ट में टीम इंडिया को केएल राहुल और ऋषभ पंत से बड़ी उम्मीद है। टीम इंडिया को चौथे दिन जीत के लिए 135 रनों की जरूरत है। टीम के पास पंत और राहुल के अलावा नीतीश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी मौजूद है।